
जयपुर। बीजेपी में सीएम फेस को लेकर जारी घमासान के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पत्रकारों से कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के सीएम बनने की परंपरा बीजेपी में नहीं है। बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बीच कटारिया ने कहा कि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ही मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता है। ऐसा बहुत कम हुआ है कि जो प्रदेशाध्यक्ष होता है, वही मुख्यमंत्री बना हो। कटारिया ने कहा कि बीजेपी में व्यक्ति तय नहीं करता कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा। कटारिया ने कहा कि प्रदेश बीजेपी में काम करने के लिए बहुत चेहरे हैं। चुने हुए विधायक और संसदीय बोर्ड ही मुख्यमंत्री तय करता है। वसुंधरा राजे के समर्थन में आ रहे विधायक और पूर्व विधायकों के बयान पर कटारिया बोले अभी मुख्यमंत्री बनाने का सीजन नहीं आया न ही चुनावों की तारीख आई है। पार्टी तय करेगी किसके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
कटारिया ने सीएम गहलोत पर भी जमकर हमला बोलते हुए कहा कि वह रोज बयानों की बमबारी करते हैं। 18 महीने से प्रदेश का सीएम सिविल लाइंस आवास में कैद है। प्रदेश में राजनीतिक तूफान आ रहा है, इसलिए सीएम होम क्वारन्टीन हो गए। मुख्यमंत्री निर्दलीयों और बसपा से आए विधायकों से रोजाना भाषण दिलवाते हैं। दिनभर चली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें कोरोना से निपटने में गहलोत सरकार को पूरी तरह विफल करार दिया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि केन्द्र की ओर से उपलब्ध करवायी गई वैक्सीन का राज्य में सही इस्तेमाल नहीं किया गया। प्रस्ताव में सरकार पर युवाओं को धोखा देने के आरोप लगाए गए। रोजगार पर सरकार की कथित वादाखिलाफी पर भी जमकर खरी-खोटी सुनाई गई। इसके साथ ही संविदाकर्मियों को स्थायी नहीं करने, बिजली के बढ़ते बिल और खराब कानून व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाई गई। बैठक में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ समेत कई नेता मौजूद रहे।