मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस के शपथ-ग्रहण समारोह के बहिष्कार के अपने फैसले के बावजूद शिवसेना ने एक भव्य समारोह आयोजित करने पर हो रही भाजपा की आलोचना के बचाव में कहा है कि यह समारोह पिछली सरकार के ‘पापों को धो देगा’।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा कि आपने (कांग्रेस और राकांपा) अपने 15 साल के शासन में महाराष्ट्र को लूटा और जनता के हजारों करोड़ रुपये गबन किए। अब यदि आप शपथ-ग्रहण समारोह पर खर्च हो रही बड़ी धनराशि के बारे में बोलते हैं तो यह हास्यास्पद है। भाजपा को पहले से ही बाहरी समर्थन दे चुकी शरद पवार की राकांपा ने कल फडणवीस का भव्य शपथ-ग्रहण समारोह आयोजित करने के मुद्दे को लेकर भगवा पार्टी पर निशाना साधा था। राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने ट्वीट किया कि ए पार्टी विद डिफरेंस, इसलिए महाराष्ट्र सरकार गठन के इतिहास में सबसे खर्चीला शपथ-ग्रहण समारोह।
इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को भाजपा पर आरोप लगाया था कि वह शपथ-ग्रहण समारोह की प्रतिष्ठा से ‘समझौता’ कर रही है। इसके साथ ही उसने कहा था कि भगवा पार्टी ने समारोह को एक उत्सव के रूप में बदल दिया है। कांग्रेस के प्रवक्ता अनंत गाडगिल ने कहा था कि शपथ-ग्रहण की शिष्टता और गंभीरता खो गई है। हालांकि शिवसेना ने शपथ-ग्रहण समारोह के बारे में कहा है कि इसका आयोजन ‘पिछली सरकार के पापों’ को धोने के लिए किया जा रहा है। उसने कहा कि महाराष्ट्र साढ़े तीन लाख करोड़ के कर्ज तले दबा है। इतना भारी कर्ज क्यों? यह कर्ज पिछले 15 साल तक रही (कांग्रेस-राकांपा) गठबंधन की सरकार का नतीजा है। आज का समारोह उनके द्वारा किए गए पापों को धोने के लिए है। इस समारोह के आयोजन पर कुछ खर्च आएगा। लेकिन चूंकि यह पिछली सरकार के अभिमान और भ्रष्टाचार के अंत का प्रतीक है, इसलिए लोगों को यह खर्च बुरा नही लगेगा। शिवसेना ने कहा कि नए मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि महाराष्ट्र में रहने वाले उद्यमी राज्य के विकास में अपनी भूमिका निभाएं और लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करें।
शिवसेना ने आगे कहा कि हम नए मुख्यमंत्री को हार्दिक बधाई देते हैं। महाराष्ट्र के लिए अच्छे दिन लेकर आइए और खुशी-खुशी सरकार चलाइए। हम आपसे यही उम्मीद करते हैं।