मुंबई । देश में कोरोना के प्रकोप को कम करने के लिए देशभर में अलग-अलग तरह की पाबंदियां लगी है। कोरोना संकट कम होने के बाद उन्हें धीरे-धीरे हटाया जा रहा है। लेकिन इसका फायदा उठाकर मनाही के बावजूद घूमने निकल रहे करीब 3 हजार पर्यटकों पर महाराष्ट्र में जुर्माना लगाया गया है। इसमें बारिश का मजा लेने लोनावला पहुंचे करीब 3,000 सैलानियों पर 22 लाख से अधिक रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। 
बरसात की शुरुआत होते ही मुंबई, पुणे और आसपास के सैलानी लोनावला, खंडाला निकल पड़ते है। लंबे लॉकडाउन के बाद हफ्ते के पांच दिन बाहर निकलने की आजादी हैं, लेकिन शनिवार और रविवार के दिन अभी भी लॉकडाउन जारी है। लेकिन कोरोना के इन नियमों को भुलाकर बड़ी संख्या में सैलानी महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से और खासकर मुंबई-पुणे से बारिश का आनंद लेने के लिए लोनावला और खंडाला में शनिवार और रविवार को दिखाई दिए। जिनपर प्रशासन के द्वारा कड़ा एक्शन लिया गया है। 
लोनावला, खंडाला और उसके आसपास के इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी को देखकर पुणे जिला अधिकारी ने कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए धारा 144 (भीड़ प्रतिबंध) जारी किया है।धारा के अनुसार, 5 या 5 से अधिक लोगों को सार्वजनीक जगह पर इकट्ठा होने की मंजूरी नहीं है। लेकिन फिर भी महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों के कई सैलानी इस जगह पर बड़ी संख्या में आते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें खासकर सप्ताह के अंत में शनिवार और रविवार के दिनों में यह संख्या ज्यादा दिखाई पड़ती है। 
अब लोनावला सिटी और लोणावला ग्रामीण पुलिस थानों के द्वारा आने वाले पर्यटकों से अपील की जा रही है कि सैलानी लोनावाला, खंडाला और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन के लिए न आएं। इसके अलावा इन सैलानियों को यह बात सूचित करने के लिए स्थानीय लोनावला नगर निगम, लोनावला सिटी और लोनावला ग्रामीण पुलिस के द्वारा शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर नोटिस बोर्ड भी लगाए गए हैं। पुलिस ने शहर के प्रमुख चौराहों पर भी नाकाबंदी की है। अबतक 3,000 से ज्यादा सैलानीयों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, इसमें 22 लाख से भी अधिक का जुर्माना भी इनसे वसूला गया है।