जालोर। गत 1 जून को जालोर शहर के गोड़ीजी निवासी भगाराम माली के घर जन्मी सोनू के दिल में छेद था कोरोना काल में अनेक लोगों के काम आए फिल्म अभिनेता सोनू सूद की वजह से मासूम सोनू को नई जिंदगी मिल गई। सफल ऑपरेशन के बाद मुंबई के अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बच्ची अपने घर पहुंच गई है। जोधपुर के अस्पताल में 8 लाख रुपये का खर्च बताया गया था। सोशल मीडिया के जरिए अभिनेता सोनू सूद तक जानकारी पहुंची तो उन्होंने इलाज की व्यवस्था करवाई। इलाज पर करीब तीन लाख रुपए का खर्च आया। मासूम के नाता-पिता गरीब मजदूर हैं।
  सोनू सूद की ओर से मदद का हाथ बढ़ाने पर परिजनों ने बच्ची का नाम ही सोनू रख दिया। बेटी सोनू इलाज करवा कर जब घर लौटी तो उसका तिलक लगाकर और आरती उतार कर स्वागत किया गया। सोनू के माता, दादा, दादी और पिता समेत परिवार के सदस्यों के चेहरों पर खुशी थी। सोनू के पिता भगाराम का कहना है कि सोनू सूद ने उनकी बेटी को दूसरा जीवन दिया है। वे नहीं होते तो बच्ची को कोई नहीं बचा सकता था। यह जीवन उन्हीं का दिया हुआ है। 10 जून को पिता के साथ बच्ची को एम्बुलेंस से मुंबई ले जाया गया था। वहां पर मुंबई के एसआरसीसी अस्पताल में उसका उपचार किया गया। 14 जून को बच्ची की सफल सर्जरी हो गई। उसके बाद वह 6 दिन तक चिकित्सकों की टीम की देखरेख में रही। 20 जून तक 3 बार टेस्ट होने एवं स्वस्थ रिपोर्ट आने पर रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।