मध्यप्रदेश के हरदा जिला अस्पताल में एक असामान्य बच्ची ने जन्म लिया है। उसके दाेनाें पैर घुटने से उल्टे हैं, यानी पंजे पीठ की तरफ हैं। डाॅक्टर इसे दुर्लभ केस मान रहे हैं। उसे स्पेशल न्यू बॉर्न चाइल्ड केयर यूनिट (SNCU) में भर्ती किया गया है। दुख की बात है कि उसके माता-पिता उसे अस्पताल में ही छोड़कर चले गए हैं।

खिरकिया ब्लाॅक के झांझरी निवासी विक्रम की पत्नी पप्पी की डिलीवरी साेमवार दाेपहर 12 बजे हुई। उसने बेटी काे जन्म दिया। डिलीवरी सामान्य थी। जन्म के समय से ही बच्ची के दाेनाें पैर उल्टे थे। शिशु राेग विशेषज्ञ डाॅ. सनी जुनेजा ने बताया 5 साल के कॅरियर में अब तक ऐसा केस नहीं आया।

इंदाैर- भाेपाल के शिशु राेग विशेषज्ञाें और हड्डी राेग विशेषज्ञाें से भी चर्चा की। उनका कहना है कि यह मामला रेयर है। बच्ची का वजन 1 किलाे 600 ग्राम है। आमतौर पर बच्चाें का वजन 2 किलाे 700 ग्राम से 3 किलाे 200 ग्राम तक हाेता है।

माता-पिता की तलाश की जा रही

बच्ची डाॅक्टराें की निगरानी में है। वह खतरे से बाहर है। हालांकि, बच्ची के माता-पिता अब लापता हैं। मंगलवार काे भी अस्पताल परिसर में उनकी तलाश की गई। माइक से अनाउंसमेंट भी किया गया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। अब अस्पताल प्रबंधन पुलिस की मदद लेगा।

ऑपरेशन से पैर सीधे हो सकते हैं

इंदौर के हड्‌डी रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पवर्धन मंडलेचा का कहना है कि यह बीमारी बच्चे में मां के गर्भ में कम जगह होने के कारण या अनुवांशिक हो सकती है। इस तरह के मामले लाखों में एक होते हैं। ऑपरेशन के बाद घुटनों को सीधा किया जा सकता है। बच्ची को देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अब तक इस तरह का मामला मैंने नहीं देखा है।