अहमदाबाद | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को अपने गांधीनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में वृक्षारोपण कार्यक्रम की शुरुआत की। अहमदाबाद शहर के बोड़कदेव क्षेत्र में वृक्षारोपण कर उन्होंने इस अभियान को व्यापक बनाने का संदेश दिया। ‘हरियाली लोकसभा-गांधीनगर लोकसभा’ अभियान के अंतर्गत केंद्रीय गृह मंत्री के संसदीय क्षेत्र के 10 स्थानों पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। शाह ने आज से शुरू हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम और कल यानी 21 जून से शुरू हुए राज्यव्यापी मुफ्त वैक्सीनेशन तथा रविवार, 27 जून से शुरू होने जा रहे निःशुल्क राशन वितरण अभियान को व्यापक बनाकर लोकउपयोगी बनाने की अपील की। उल्लेखनीय है कि कोरोनाकाल में अनेक गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के आर्थिक उपार्जन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है जिसके मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिवाली तक यानी अगले 4 महीने तक देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज वितरण करने का निर्णय किया है।  उन्होंने कहा कि गुजरात में भी रविवार, 27 जून से राज्यभर के राशनकार्ड धारकों और गरीबों के लिए मुफ्त अनाज वितरण व्यवस्था शुरू की जाएगी। इस व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए गांधीनगर संसदीय क्षेत्र के नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 7324873248 कार्यरत की गई है। लाभार्थी इस नंबर पर संपर्क कर अनाज वितरण संबंधित तमाम जानकारियां हासिल कर सकेंगे। वृक्षारोपण और प्रकृति के जतन-संवर्धन की अहमियत पर रोशनी डालते हुए अमित शाह ने कहा कि पूरे विश्व में कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे कार्बन उत्सर्जन तत्वों के कारण पृथ्वी के औसत तापमान में बढ़ोतरी हुई है। इन तत्वों के उत्सर्जन से ओजोन की परत में छेद दिखाई पड़ रहे हैं। ऐसे में, इस परिस्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण कर अधिकतम ऑक्सीजन का उत्सर्जन करना ही श्रेष्ठ विकल्प है। प्राणवायु समान ऑक्सीजन का महत्व कोरोनाकाल में हर किसी की समझ में आया है। पृथ्वी और मनुष्य दोनों का अस्तित्व बनाए रखने के लिए ऑक्सीजन जरूरी है। वृक्षों को ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत बताते हुए उन्होंने नागरिकों से ज्यादा से ज्यादा वृक्षों का रोपण कर उसका संवर्धन करने की सीख दी। केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि प्राकृतिक संसाधनों और प्रकृति का दोहन नहीं अपितु जतन करना है। विकास हमेशा टिकाऊ होना चाहिए, जिससे की आने वाली पीढ़ी को भी विरासत में कुछ दिया जा सके। ऐसे कई वृक्ष हैं जिनकी उम्र 100 से 200 साल की होती है। ऐसे वृक्षों का लाभ दो से तीन पीढ़ी ले सकती है। ऐसे में हमें चाहिए कि इस तरह के वृक्षों को लगाकर आने वाली पीढ़ी को भी प्राकृतिक संसाधनों की भेंट दें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का जतन करने के लिए शुरू की गई विभिन्न पहलों के संदर्भ में कहा कि श्री मोदी द्वारा की गई विविध पहलों का वैश्विक स्तर पर स्वागत किया गया है। श्री मोदी ने कार्बन उत्सर्जन में कटौती के प्रयास के रूप में गांवों में महिलाओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलाकर उज्ज्वला योजना के तहत 14 करोड़ लोगों को गैस सहायता और बिजली बचाने के लिए उजाला योजना के अंतर्गत एलईडी बल्ब देकर राष्ट्रीय स्तर पर कार्बन उत्सर्जन में कटौती कर प्रकृति के जतन का सकारात्मक दिशादर्शन किया है। शाह ने कहा कि प्रकृति के जतन का संदेश केवल शब्दों से नहीं बल्कि कर्तव्य और पुरुषार्थ रूपी परिणामों से पहुंचे तब उसकी उम्र लंबी होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी अनेक पहलों के जरिए पूरी दुनिया को यह सकारात्मक संदेश पहुंचाया है। अहमदाबाद महानगर पालिका के ‘मिशन मिलियन ट्री’ अभियान के चलते शहर का ग्रीन कवर यानी हरित आच्छादन 4 फीसदी से बढ़कर 10 फीसदी तक पहुंच गया है जो प्रशंसा के योग्य है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद महानगर पालिका ग्रीन कवर में लगातार बढ़ोतरी कर भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक मिसाल कायम करे। केंद्रीय गृह मंत्री ने अहमदाबाद महानगर पालिका की ईको पार्क, ऑक्सीजन पार्क और प्लांटेशन ऑन डिमांड यानी अनुरोध पर पौधारोपण जैसी विभिन्न पहलों का स्वागत करते हुए इसके मार्फत शहर के ग्रीन कवर क्षेत्र में वृद्धि करने के लिए मनपा की पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल की दूसरी लहर के दौरान गुजरात से टकराए चक्रवाती तूफान में अहमदाबाद शहर में 5 हजार वृक्ष धराशायी हो गए थे। इन वृक्षों की कमी को पूरा करने के लिए मनपा की ओर से शहर में 5 लाख पौधे लगाने का संकल्प किया गया है जो सराहनीय है। अहमदाबाद महानगर पालिका की ओर से इस वर्ष ‘मिशन मिलियन ट्री’ के अंतर्गत पूरे शहरी क्षेत्र में 15 लाख पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पीपल, आम और नीम जैसे वृक्षों की प्रजातियों के लगाने से पक्षियों को भी आहार मिलता है और वे स्वच्छंदता से विहार कर सकते हैं। कांकरिया इसका उत्तम उदाहरण है। उपनिषदों में बताए गए वृक्षों के महत्व का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उपनिषदों में कुआं, बावड़ी, तालाब और पुत्र से भी विशेष महत्व वृक्षों का बताया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोनाकाल में अपने स्वजनों को खोने वाले नागरिकों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की पूर्व तैयारियां सरकार ने शुरू कर दी हैं। जिसके तहत प्रधानमंत्री ने समग्र देश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों का वैक्सीनेशन शुरू किया है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन ही एक मजबूत हथियार है, ऐसे में सभी नागरिकों को वैक्सीन लेकर स्वयं को सुरक्षित करना चाहिए। गुजरात में ५ हजार से अधिक वैक्सीनेशन सेंटर हैं। कल यानी सोमवार को वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले ही दिन देशभर में 80 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया गया। गुजरात में भी ५ लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन लेकर दृष्टांत पेश किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू किए गए वृक्षारोपण अभियान कार्यक्रम में गांधीनगर संसदीय क्षेत्र में कुल 10 स्थानों पर विभिन्न महानुभाव उपस्थित थे।