
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को जम्मू-कश्मीर के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक होनी है। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां अपने आधिकारिक आवास पर अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। सूत्रों ने यह जानकारी दी। पीएम मोदी ने इस महीने की शुरुआत में विभिन्न मंत्रालयों के अब तक किए गए कार्यों का जायजा लेने के लिए विभिन्न समूहों में केंद्रीय मंत्रियों के साथ लगभग पांच बैठकें की थीं। सूत्रों ने बताया कि शाह और सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल भी आज की बैठक में शामिल हुए। बैठक संबंधी विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिली है, लेकिन राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह संभावित मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल से पहले की कवायद हो सकती है।
- राजनाथ ने मनोज सिन्हा से की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा और लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर के साथ मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को शनिवार को आमंत्रित किया गया। इसमें तत्कालीन राज्य के चार पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। उम्मीद है कि इस बैठक में वहां विधानसभा चुनाव कराने की रूपरेखा तय होगी।
- इन दलों के नेताओं को किया आमंत्रित
आठ राजनीतिक दलों - नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), पीडीपी, भाजपा, कांग्रेस, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी, माकपा, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के इन नेताओं को बुलाया गया है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने टेलीफोन करके इन नेताओं को गुरुवार दोपहर 3 बजे प्रधानमंत्री आवास पर होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
बता दें कि 5 अगस्त, 2019 के बाद प्रधानमंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के साथ होने वाली पहली बैठक होगी, जब केंद्र ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। पूर्ववर्ती राज्य में नवम्बर 2018 से केंद्र का शासन है।
- बैठक में शामिल नहीं होंगी महबूबा
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने संकेत दिए हैं कि वह पीएम मोदी द्वारा आहूत सर्वदलीय बैठक से किनारा कर सकती हैं। नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला बैठक में शामिल होंगे। अधिकारियों ने कहा कि केंद्र केंद्र शासित प्रदेश में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव कराने का इच्छुक है, जो या तो दिसंबर में या अगले साल मार्च में होने की संभावना है, जब न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आर देसाई की अध्यक्षता वाला परिसीमन आयोग अगले कुछ महीने में निर्वाचन क्षेत्रों को फिर से निर्धारित करने का अपना काम पूरा कर लेगा। आयोग को इस साल मार्च में एक साल का विस्तार दिया गया था।