नई दिल्ली । देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है। पहाड़ों से लेकर मैदानों तक बारिश हो रही है। यूपी, उत्तराखंड और बिहार समेत कुछ राज्यों में बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। इस बीच मौसम विभाग (आईएमडी) ने यूपी, राजस्थान, हरियाणा समेत कुछ राज्यों के अधिकांश शहरों में रविवार और सोमवार को बारिश होने की संभावना जताई है।
मानसून उत्तरी अरब सागर, सौराष्ट्र और गुजरात के शेष हिस्सों के अलावा पूरे कच्छ क्षेत्र के साथ-साथ राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ चुका है। आईएमडी ने कहा कि अभी मानसून के दिल्ली पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। ऐसे में मानसून के दिल्ली तक आने में एक सप्ताह तक की देरी हो सकती है। हालांकि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान के कुछ हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है। उत्तराखंड में लगातार बारिश ने कहर बरपा रखा है। कई गांवों से संपर्क कट गया है। कई नेशनल और स्टेट हाइवेज भी कुछ जगहों पर बंद हो गए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है।
हरिद्वार से 4 लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया। इसके चलते यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। पूर्वांचल की 6 नदियां उफान पर हैं। बाढ़ का असर सबसे ज्यादा यूपी के लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, महराजगंज, देवरिया, बस्ती, कुशीनगर, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, गोंडा, संत कबीर नगर, बलिया, बाराबंकी, सीतापुर और मऊ में है। इन जिलों में हजारों एकड़ फसल डूब गई है। ग्रामीण घरों को छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं बिहार की गंडक, कोसी और घाघरा नदियां भी उफान पर हैं।
बिहार की राजधानी पटना सहित पूरे सूबे में बारिश जारी रहेगी। अगले दो दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के प्रत्येक हिस्से में शनिवार को हल्की और मध्यम बारिश हुई। रविवार के लिए उत्तर पश्चिम बिहार के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज में अत्यधिक बारिश की संभावना है। इसके अलावा दक्षिण पूर्व बिहार और उत्तर मध्य बिहार के जिलों में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर और समस्तीपुर में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है।
पिछले 4 दिनों से पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से उत्तराखंड के अधिसंख्य क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई जगह बारिश ने अब आफत का रूप ले लिया है। जगह-जगह सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने सोमवार 22 जून तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। आपदा प्रबंधन सचिव एसए मुरुगेशन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क किया है। हरिद्वार जिले के एडीएम केके मिश्र के अनुसार गंगा से जुड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। अलकनंदा में बढ़ते पानी से श्रीनगर गढ़वाल के निकट बदरीनाथ हाईवे पर धारी देवी मंदिर भी नदी के उफान में घिरता जा रहा है। कौड़िया और क्षेत्रपाल में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हो रहा है।
राजस्थान में दक्षिण पश्चिमी मानसून बीते चौबीस घंटों में और आगे बढ़ा है और कई इलाकों में बारिश हो रही है। अगले 2-3 दिनों में दक्षिण-पश्चिम बिहार और उससे सटे दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ पर एक निम्न दबाव के क्षेत्र और दक्षिण बांग्लादेश पर एक मध्य-स्तर के चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के कारण बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
यूपी-बिहार में भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न, उत्तराखंड में भूस्खलन
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