नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में भी तीन सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया गया है। महरौली, तुगलकाबाद और कृष्णानगर में चुनाव होंगे। चुनाव पांच चरणों में होंगे। पहले चरण के लिए 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जिनमें दिल्ली की तीन सीटें भी शामिल हैं। दूसरा चरण 2 दिसंबर को होगा। तीसरे चरण की वोटिंग 9 दिसंबर को ही। चौथा चरण 14 दिसंबर को संपन्न होगा। 20 दिसंबर पांचवें चरण की तारीख है। 23 दिसंबर को गिनती होगी।

मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने शनिवार को तारीखों का ऐलान किया।झारखंड में 81 सीटें हैं जिनमें से 9 अनुसूचित जाति के लिए और 28 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षति हैं। 87 सीटों वाली जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 7 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वहां अनुसूचित जनजाति का आरक्षण नहीं है।

झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2015 को खत्म हो रहा है और जम्मू-कश्मीर की विधानसभा 19 जनवरी तक है। जम्मू कश्मीर में 72 लाख वोटर्स हैं जिनके लिए 10015 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। झारखंड में वोटर्स की तादाद दो करोड़ सात लाख है जो 24648 पोलिंग स्टेशंस पर वोट डाल पाएंगे।

J&K चुनावों की अहमियत


राज्य में पहली बार बीजेपी की बढ़ती ताकत की चर्चा जोरों पर है। कांग्रेस, नैशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी भी अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, जिसका फायदा बीजेपी को हो सकता है। उसकी नजर जम्मू और लद्दाख की 37 सीटों पर है। हालांकि बीजेपी इस बार मिशन 44 को मकसद लेकर चल रही है ताकि अपनी सरकार बना सके।

लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उसे 6 सीटों में से तीन पर जीत हासिल हुई है। 87 सीटों वाली मौजूदा विधानसभा में उसके 11 विधायक हैं।

अब तक की स्थिति

जम्मू-कश्मीर में फिलवक्त नैशनल कॉन्फ्रेंस के पास सबसे ज्यालेकिन भीषण बाढ़ के बाद उसकी संभावनदा 28 सीटें हैं। पीडीपी 21 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है और कांग्रेस के पास 17 सीटें हैं। 10 सीटें अन्यों के पास हैं। राज्य में छह साल तक नैशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार रही।