
नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर की सभी क्षेत्रीय पार्टियों के साथ इस माह की समाप्ति से पहले बातचीत करने की संभावना है। अधिकारियों ने यहां बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने सहित राजनीतिक प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाने की कोशिशों के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी, पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन को वार्ता के लिए आमंत्रित कर सकता है। अब्दुल्ला और महबूबा पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है और इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय नेता भी शामिल हो सकते हैं। केंद्र के साथ वार्ता के मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर माकपा नेता और गुपकर संगठन के प्रवक्ता एम वाई तारिगामी ने कहा कि नई दिल्ली की ओर से कुछ नहीं बताया गया है, हालांकि उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता है तो उसका स्वागत है। उन्होंने श्रीनगर से कहा, ''हमने केंद्र के साथ सार्थक बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं किए हैं। हालांकि, किसी बातचीत के बारे में मुझे कोई सूचना नहीं है, लेकिन यह होती है, तो उसका स्वागत है। जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के प्रमुख बुखारी ने कहा, जब कभी वार्ता होगी, उसका मैं स्वागत करता हूं।