गोपालगंज । नेपाल में बारिश के वजह से गोपालगंज की गंडक नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। नदी में पानी का बहाव साढ़े तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा है। इस वजह से तटबंधों पर काफी दबाव है। इसके चलते रिंग बांध की मॉनिटरिंग के लिये इंजीनियरों की टीम तैनात की गई है। तटबंधों को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारी लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। डीएम एसपी और जिले के अन्य अधिकारी भी तटबंधों की दिन रात निगरानी कर रहे हैं। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, कटाव निरोधी कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है। बरौली के देवापुर स्थित रिंग बांध का जायजा लिया और ग्राउंड रिपोर्ट के जरिए यह जानने की कोशिश की कि अभी जब गंडक का जलस्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में इस रिंग बांध पर कितना दबाव होगा?
देवापुर रिंग बांध का निरीक्षण करने पहुंचे जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर प्रकाश दास ने कहा कि बरौली के देवापुर में सारण मुख्य बांध और रिंग बांध पर कोई खतरा नहीं है। पाइलिंग के जरिए इस तटबंध को मजबूत किया गया है। रिंग बांध भी पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि अभियंताओं की टीम बुलाई गई है जो लगातार तटबंधों की निगरानी करेंगे। इस मौके पर पहुंचे देवापुर निवासी व पूर्व विधायक अजीत सिंह ने कहा कि पिछले साल देवापुर में रिंग बांध टूट गया था और उसके टूटने के कुछ देर के बाद ही सारण मुख्य बांध भी टूट गया था। इस वजह से पूरे इलाके में भीषण तबाही हुई थी। रिंग बांध के मरम्मत कार्य का टेंडर काफी विलंब से निकाला गया।
उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल तक काम कर लिया जाना था, लेकिन कोरोना की वजह से 15 मई तक अवधि बढ़ाई गई। लेकिन, जून का महीना आधा बीत चुका है और अभी तक यहां पर मजबूती कार्य को लेकर ग्रामीण आश्वस्त नहीं हैं। उन्हें आशंका है कि गोपालगंज में दोबारा बाढ़ आ सकती है।
गोपालगंज देवापुर रिंग बांध की होगी मॉनिटरिंग, इंजीनियरों की टीम तैनात
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