लखनऊ । यूं तो उप्र विधानसभा चुनाव होने में अभी करीब सात महीने का समय है लेकिन सूबे में मानसून की आहट के बीच राजनीतिक तापमान खासा बढ़ गया है। बहुजन समाज पार्टी से निलंबित 11 विधायक अब नए सिरे से अगले चुनाव में जाने की तैयारी में जुट गये हैं। फिलहाल यह सभी मिलकर एक नया दल बनाने की जुगत में हैं और इस नयी पार्टी की कमान वे हाल में बसपा से निष्कासित लालजी वर्मा को सौंपना चाह रहे हैं। इस बीच बसपा से निलंबित नौ विधायक लखनऊ में आज समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव से भी मिलने गए थे। बसपा में कुल 18 विधायकों में से नौ को पार्टी ने निलंबित और दो को निष्काषित किया।
नया दल बनाने के साथ ही यह भी चर्चा है कि सभी बागी विधायक बहुत जल्द सपा में शामिल होकर आगामी विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के बैनर तले लड़ेंगे। राज्यसभा चुनाव में बसपा से बगावत करने के बाद निलंबन झेल रहे श्रावस्ती के विधायक असलम राईनी ने कहा कि बसपा के बागी सभी 11 विधायक मिलकर अपनी नई पार्टी बनाएंगे। राईनी ने कहा कि हमारे नेता लालजी वर्मा होंगे। उनके साथ ही रामअचल राजभर भी हमारे साथ हैं। हम लोग तो लालजी वर्मा को अपनी पार्टी का मुखिया बनाएंगे। 11 विधायक अब एक साथ हैं। अभी हमारे पास एक विधायक की कमी है, जिसके कारण तत्काल नया दल नहीं बन पा रहा है। इस बीच अगर एक और विधायक साथ आया तो पार्टी बन जायेगी। उन्होंने कहा कि नए दल का नाम लालजी वर्मा तय करेंगे है। हालांकि राईनी ने यह भी कहा कि हमको बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती से तो कोई शिकायत नहीं है, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का व्यवहार स्तरीय नहीं है। वह जितना कहते हैं मायावती सिर्फ उतना ही करती हैं। सभी 11 विधायकों को बहन मायावती से कोई नाराजगी नही है, सतीश चंद्र मिश्रा पार्टी को खाक में मिलाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आज बसपा के साथ प्रदेश का एक भी मुसलमान नहीं है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात करने पर विधायक असलम राईनी ने कहा कि हम तो किसी भी नेता से मिल सकते हैं। पहले भी निलंबित नौ विधायक अखिलेश यादव से मिले थे और आज भी मिले हैं। आज मुलाकात हुई इसका कोई सबूत नहीं है। अखिलेश यादव से आज इन बागी विधायकों की भेंट के दौरान 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई। पहले छह विधायक गए बाद में तीन और पहुंचे थे। भेंट के बाद यह सभी समाजवादी पार्टी कार्यालय के पिछले गेट से बाहर निकले। यह भी माना जा रहा है कि अब बसपा से निष्कासित नेताओं को बसपा के बागी जोड़ेंगे। इसके बाद इनको सपा में लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
विदित हो कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधायक असलम राइनी (भिनगा-श्रावस्ती), असलम अली चैधरी (ढोलाना-हापुड़), मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-प्रयागराज), हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज), हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर), सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर-जौनपुर), वंदना सिंह (सगड़ी-आजमगढ़), रामवीर उपाध्याय (सादाबाद-हाथरस), अनिल सिंह (पुरवा-उन्नाव) को पार्टी से निलंबित तो वहीं लालजी वर्मा (कटहरी-अम्बेडकरनगर) तथा रामअचल राजभर (अकबरपुर-अम्बेडकरनगर) पार्टी से बर्खास्त कर दिया था।
बसपा से निकाले गये विधायक नयी पार्टी बनाने की जुगत में, अखिलेश यादव से मिले
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