भोपाल। बाजारों और दुकानों पर लिखे वाक्य ग्राहक को अक्सर याद रह जाते हैं। कई बार यह इतने मौजूं और आकर्षित करने वाले होते हैं कि जहन में हमेशा के लिए बैठ जाते हैं आर इनके जरिए दिया जाने वाला संदेश भी लोगों को सालों तक याद रहता है। आमतौर पर हरेक दुकान पर किसी न किसी तरह का कोई संदेश, वाक्य या शायरी जरूर लिखी होती है। दुकानदार की अपेक्षा होती है कि दुकान में आने पर ग्राहक इन शायरियों-संदेशों के अनुरूप ही व्यवहार करे ताकि दोनों को असुविधा न हो। भोपाल के बाजारों में इन शायरियों-संदेशों को कोविड और वैक्सीन अवेयर का माध्यम बनाया गया है।
भोपाल को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने के लिए जिला प्रशासन और सामाजिक एवं वैज्ञानिक संस्था सर्च एंड रिसर्च डवपलमेंट सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में वैक्सीनेशन दिशा में एक और अनूठी पहल की है। जिला प्रशासन और सोसायटी ने आज शहर के बड़े और प्रमुख बाजार न्यू मार्केट में दुकानों के अंदर और बाहर कोविड अनुरूप व्यवहार और टीकाकरण पर केंद्रित शायरियां लिखे स्टीकर, पोस्टर और बैनर लगाए। इनमें बड़े रोचक और आकर्षक तरीके से दुकानदार और ग्राहकों से टीका लगवाने की अपील की गई।
दुकानों में लिखी गई शायरियों को नए अंदाज में लिखा गया है । जैसे - आज नकद, कल उधार, पहले टीका फिर व्यापार । दुकानदारों ने इस अभियान का समर्थन करते हुए अपनी दुकानों पर स्टीकर पोस्टर और बैनर लगाए । दुकानदार और ग्राहक तथा बाजार से निकलने वाले लोग इन रोचक शायरियों को देखकर हंसे और इन्हें मैसेज देने का सबसे अच्छा जरिया बताया।
सर्च एंड रिसर्च डवलपमेंट सोसायटी की अध्यक्ष डॉ. मोनिका जैन ने कहा कि भोपाल कोरोना की दूसरी भयावहता देख चुका है, बल्कि पूरे देश ने दूसरी लहर का दंश भोगा है। हजारों लोगों की जान गई और कई परिवारों पर वज्रपात हुआ है। दूसरी लहर के इस बेहद खराब और दुःख देने वाले अनुभव के बाद यह जरूरी है कि संभावित तीसरी लहर हम अपने शहर, प्रदेश और पूरे देश को बचाने की कोशिश अभी से करें। इसका सबसे कारगार तरीका व्यापक जन-जागरूकता और आम जन का कोविड अनुरूप व्यवहार है। इसलिए सर्च एंड रिसर्च डवपलमेंट, विज्ञान एवं तकनीकी संचार परिषद भारत सरकार के सहयोग से इस दिशा में अनेक प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सोसायटी द्वारा दुकानदारों और ग्राहकों को जागरूक करने के लिए रोचक शायरियां और संदेश लिखे गए हैं। भोपाल में इन्हें लगभग सभी बाजारों की दुकानों पर लिखवाया जाएगा। कोशिश होगी कि पूरे देश में इस प्रयोग को पहुंचाया जाए ताकि देश के किसी भी हिस्से में लगने वाले बाजार में दुकानदार और ग्राहक सुरक्षित रहें। इन अभिनव प्रयासों से ही हम कोविड-19 की तीसरी लहर को प्रभावी तरीके से रोक सकते हैं।
- देश-विदेश में वायरल हुईं शायरियां
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों ट्रकों पर कोरोना शायरी लिखने का अभिनव प्रयोग किया था। यह ट्रक, ट्रेक्टर, ट्राली, बस, टैम्पो आदि वाहनों पर लिखी गईं यह शायरियां देश-विदेश तक पहुंच गईं। इस प्रयोग को पूरे देश में सराहना मिली। इससे कोविड टीकाकरण जागरूकता अभियान को एक नया आयाम भी मिला। यह सभी शायरियां और संदेश राजधानी के पत्रकार डॉ. अनिल सिरवैयां द्वारा लिखे गए।
- दुकानों पर लिखी जाने वाली शायरियां
आज नगद, कल उधार
पहले टीका, फिर व्यापार ।
आप कैमरे की निगरानी में हैं
टीका नहीं लगाने वाले परेशानी में हैं ।
ग्राहक हमारे लिए भगवान हैं।
टीका लगवाइए, कीमती आपकी जान है ।
ग्राहक तो भगवान है
टीका ही समाधान है ।
उधार प्रेम की कैंची है
टीका जरूरी है, जिंदगी हम तक पहुंची है ।
बिका माल वापस नहीं होगा
टीका लगवाने वाला, बेबस नहीं होगा ।
अनलॉक होते बाजारों में वैक्सीनेशन के लिए फिर अनूठी पहल
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