कोटा - उदयपुर । राज्य सरकार ने मोदी सरकार के द्वारा लिए गए कोविवैक्सीन कोविडशील्ड मामले में आपत्ति जताते हुए कहा था कि केन्द्र सरकार को फ्री वैक्सीन राज्यों को देना चाहिए तो दूसरी ओर राज्यों के द्वारा भी कोविडशील्ड को सर्तकता से उपयोग में नहीं लिया जा रहा है की खबर सामने आई थी उसी के तहत कोविड शील्ड की 500 डोज बर्बाद की खबर आई है।
यह मामला गुजरात से सटे राजस्थान के डूंगरपुर जिले से जुड़ा है  यहां स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते कोविशील्ड वैक्सीन के 500 डोज खराब हो गए  लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई के डर से इसे अब तक दबाए रखा अब खुलासा होने के बाद अधिकारी पूरे मामले की जांच करवाने की बात कह रहे हैं। जानकारी के अनुसार, रघुनाथपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को 45 प्लस केटेगरी के लिए कोविशिल्ड वैक्सीन के 500 डोज अलॉट किये गए थे. वेक्सीन की वायल रघुनाथपुरा पीएचसी के एलएलआर फ्रीज में रखे गए थे. इस फ्रीज में अलर्ट मैसेज भेजने का सिस्टम ही नहीं था और उसका तापमान माइनस में चला गया  इसकी वजह से वैक्सीन खराब हो गई.ब्लॉक सीएमओ डॉ. अमोल परमार को मामले की भनक लगी तो वह जांच के लिए रघुनाथपुरा पहुंच गए, लेकिन जिम्मेदार डॉ. रामचंद्र ने उन्हें यह बोलकर चलता कर दिया कि फ्रिज की चाबी उनके पास नहीं है  इस पर डॉ. अमोल ने डॉ. रामचंद्र को नोटिस भी दिया, लेकिन इसके बाद मामला दबा दिया गया. अब गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद सीएमएचओ डॉ. महेंद्र परमार ने जांच कमेटी गठित की है. जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।