
गाजियाबाद । गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक नाती और उसके दोस्त ने मिलकर नाना की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को पास के एक खेत में दफना दिया, लेकिन मृतक का एक घुटना और धोती का हिस्सा मिट्टी से बाहर रह गया। सुबह खेत मालिक ने खेत में शव गड़ा देख पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मृतक के बेटे की शिकायत पर दो हत्यारोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मूलरूप से मुरादनगर के मथुरापुर गांव का रहने वाले 80 वर्षीय हरिया पांच बेटों और पांच बेटियों के पिता थे। उनकी दो बेटी ब्रजेश और धनेश की शादी लोनी थाने के सिरोली गांव में कर्मवीर और सत्यवीर के साथ हुई थी। कर्मवीर की मौत हो चुकी है, जबकि तीन बेटियों की शादी बागपत जिले के भगोट गांव में हुई थी। कुछ वर्ष पूर्व हरिया ने भगोट गांव में 20 बीघा कृषि भूमि खरीदी थी। दो तीन माह से दीपक अपने नाना हरिया से उनकी भगोट वाली जमीन में से चार-पांच बीघा जमीन अपने नाम करने का दबाव बना रहा था। तीन जून को हरिया सिरोली गांव में अपनी बेटियों के घर आए थे। उनके नाती दीपक ने यहां भी उन पर भगोट वाली जमीन में हिस्सा मांगा, लेकिन हरिया ने हिस्सा देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके पांच बेटे हैं, वह उन्हीं को जमीन देंगे। इस पर दीपक नाराज हो गया। शुक्रवार रात दीपक ने अपने दोस्त रवि के साथ मिलकर नाना हरिया के साथ मारपीट की तथा गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। शव को गांव के पास ही रोहित के ज्वार के खेत में ले गए और गड्ढा खोदकर दबा दिया, लेकिन रात के अंधेरे में मृत हरिया का एक घुटना और धोती का हिस्सा जमीन से बाहर रह गया। शनिवार सुबह जब रोहित खेत में पहुंचा तो उसने शव का घुटना देख पुलिस को इसकी सूचना दी। थाना प्रभारी ओ.पी. सिंह का कहना है कि मृतक के बेटे की शिकायत पर दीपक और उसके दोस्त रवि के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। दोनों हत्यारोपी फरार हैं, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।