
मेरठ । पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नकली शराब का जहर फैलाने वालों का पंजाब कनेक्शन सामने आया है। मेरठ पुलिस ने 5 करोड़ कीमत की नकली केमिकल, रैपर, बोतल और ढक्कन बरामद किए हैं। साथ ही पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, ये लोग पंजाब की डिस्टलरी से आने वाले केमिकल की चोरी करके वेस्ट में नकली शराब का गोरखधंधा चला रहे थे। मेरठ की पुलिस लाइन खड़े दो टैंकर 60 हज़ार लीटर ईएनए केमिकल से भरे हुए हैं।
एसएसपी अजय साहनी ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि पंजाब से यूपी के संडीला जा रहे ईएनए के टैंकरों से मेरठ के ढाबों पर केमिकल चोरी किया जा रहा था। जिसके बाद इस केमिकल में यूरिया और अन्य कई केमिकल मिलाकर मिस्टर इंडिया और करीना समेत कई पॉपुलर देसी दारू के ब्रांड की बोतलों में पैक कर कर बेचा जा रहा था। नकली शराब बनाने वालों का रैकेट वेस्ट यूपी में फैला है। यहां लोग मोटे मुनाफे के लालच में लोगों की जान से भी खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे हैं। इस गैंग के अब तक 23 लोग प्रकाश में आ चुके हैं, इनमें से दस के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की गई है। जिसमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इन लोगों के कब्जे से करीब 5 करोड रुपए की नकली शराब और उसे तैयार करने वाला सामान बरामद किया गया है।
बता दें कि देसी शराब में अल्कोहल की मात्रा करीब 43 फ़ीसदी के आसपास होती है। जबकि ईएनएस में अल्कोहल की मात्रा 98 फ़ीसदी से ज्यादा होती है। अगर कोई व्यक्ति 55 फ़ीसदी से ज्यादा अल्कोहल वाली शराब पी ले तो उसकी जान जा सकती है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि नकली शराब तैयार करने वालों के पास न तो अल्कोहल मीटर है और न ही उनके पास टेक्निकल स्टाफ जो शराब में अल्कोहल की मात्रा को नियंत्रित कर सके। अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत के बाद मेरठ पुलिस शराब माफियाओं की धरपकड़ में जुटी थी। जिसके बाद मेरठ की स्वाट टीम ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश कर दिया। मेरठ पुलिस की इस कामयाबी पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने 200000 का इनाम पुलिस टीम को देने की घोषणा की है।