इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में घंटे भर के लिए हुई तेज बारिश ने पूरे शहर की तस्वीर को बदल कर रख दिया. तेज हवा के साथ हुई मूसलाधार बारिश से शहर के कई इलाकों में पेड़ गिर गए. बीआरटीएस कॉरिडोर तालाब में तब्दील हो गया. शहर में जलजमाव के हालात बन गए. पेड़ गिरने से कई जगहों पर सड़क पर खड़ी गाडियों को भी नुकसान पहुंचा है.

शहर के विजयनगर, रीगल चौराहा समेत रेसीडेंसी इलाके में कई जगह पर पड़ गिरे हैं. इसके अलावा कई इलाकों में घटों तक बिजली गुल रही. इंदौर में पिछले दो तीन दिनों से बादल छाए हुए हैं और पिछले दो दिनों में रुक-रुक बारिश भी हुई है. हालांकि गुरुवार को हुई तेज प्री मानसून की बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन कई जगहों पर नुकसान भी हुआ है.

चलती गाड़ी पर गिरा पेड़

इस दौरान भोपाल से आ रहे कैमिकल कारोबारी इंदौर में अपने घर पहुंचने ही वाले थे कि उनकी चलती गाड़ी पर पेड़ गिर गया. गनीमत रही कि इस हादसे में कार चालक को कोई चोट नहीं पहुंची. उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई. गौरतलब है कि मौसम विभाग ने शहर में बारिश को लेकर पूर्व में ही अलर्ट जारी किया था.विभाग के मुताबिक अब तक प्री मानसून में 1.5 इंच बारिश दर्ज की गई है.पश्चिमी हिस्से में नहीं हुई बारिश

इस बारिश के बीच हैरत की बात यह रही कि शहर का पूर्वी हिस्सा जहां एक ओर मूसलाधार बारिश से भीगा, वहीं पश्चिम का कुछ इलाका इससे पूरी तरह अछूता रहा. इंदौर के भंवरकुआं से विजय नगर तक के इलाके में मूसलाधार बारिश हुई, लेकिन एरोड्रम इलाके में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई,. बल्कि, यहां मौसम पूरी तरह से साफ ही रहा. इस बार नौतपा में भीषण गर्मी की बजाय बारिश देखी गई. अनुमान रहता है कि नौतपा में तापमान अधिक रहेगा और उसके बाद बारिश होगी, किसानों की मान्यता रहती है कि नौतपा में बारिश नहीं होनी चाहिए, बल्कि तेज गर्मी होना चाहिए. लेकिन, इस बार नौतपा के दूसरे दिन से ही लगातार बारिश दर्ज की गई है.