अहमदाबाद | 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना के बाद हर दिन दिल दहला देनेवाली कहानियां सामने आ रही हैं| ऐसी कई कहानियां हैं, जो हमें इस कड़वी सच्चाई को स्वीकार करने पर मजबूर कर रही हैं कि जब मौत आनी होती है, तो वह बिना किसी कारण के आती है और कड़ियां जुड़ती चली जाती हैं। लेकिन कभी-कभी मौत इस तरह आती है कि परिवार के सदस्यों को जीवन भर का गम दे जाती है। ऐसी ही कहानी है अहमदाबाद में रहने वाले एक पिता और लंदन में रहने वाले उसके बच्चों की। अहमदाबाद में रहने वाले वैष्णव रमणलाल परीख फादर्स डे के मौके पर अपने बेटे कुणाल और बेटी जान्हवी परीख से मिलने लंदन जा रहे थे। लेकिन बेटे ने यह नहीं सोचा था कि जिस पिता के साथ वह लंदन में फादर्स डे मनाने की योजना बना रहा था, वह कभी लंदन नहीं पहुंच पाएगा। जब वैष्णव रमनलाल परीख विमान में सवार हुए तो उन्होंने अपने बेटे को मोबाइल पर इसकी जानकारी दी। लेकिन कुछ मिनट बाद उनके बेटे को जो खबर मिली, उस पर उसके लिए यकीन करना मुश्किल था। 12 जून को वैष्णव रमनलाल परीख उसी विमान से अहमदाबाद से लंदन जा रहे थे जो मेघानीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था| वैष्णव परीख के कृषि विभाग से सेवानिवृत्त होने के 6 महीने बाद उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी| जिसके बाद से वह अहमदाबाद में अकेले ही रहते थे| जबकि बेटा कुणाल और बेटी जान्हवी लंदन में रहते थे| बेटे ने कई बार अपने पिता वैष्णव परीख को लंदन में आकर रहने का अनुरोध किया| कुणाल अपने पिता की एकलता को खत्म करना चाहता था और लंदन में उनके साथ समय व्यतीत करना चाहता था| किसी प्रकार कुणाल अपने पिता को लंदन आने के लिए मना लिया और 12 जून को अहमदाबाद से सीधे लंदन की फ्लाइट भी बुक करवा दी| पिता लंदन आ रहे होने की बात से कुणाल काफी खुश था कि 15 जून को पिता के साथ फादर्स डे मनाएगा| लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था| अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद एयर इंडिया का विमान मेघाणीनगर में हादसे का शिकार हो गया| जिसमें 12 क्रू मेम्बर और 229 यात्रियों की मौत हो गई| एक ओर लंदन में कुणाल अपने पिता का इंतजार करता रहा, वहीं दूसरी ओर वैष्णव परीख ऐसी यात्रा पर रवाना हो गए, जहां कभी लौटकर नहीं आएंगे| बेटे ने कल्पना भी नहीं की होगी वह कभी अपने पिता से नहीं मिल पाएगा| फिलहाल वैष्णव परीख की मौत की खबर मिलने के बाद कुणाल और जान्हवी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं, जो देर रात तक पहुंच सकते हैं|
विमान हादसा : लंदन में बेटा इंतजार करता रहा और पिता अनंतयात्रा पर चले गए
आपके विचार
पाठको की राय