रुद्रप्रयाग/चमोली/उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा दिन प्रतिदिन नए-नए आयाम स्थापित कर रही है. सबसे ज्यादा सैलाब केदारनाथ धाम यात्रा में देखा जा रहा है. इस बार की यात्रा ने पिछले वर्ष की यात्रा के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पिछले वर्ष की यात्रा की तुलना करें तो 39 दिन में जहां 9 लाख भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे, वहीं इस बार की यात्रा में यात्रियों का आंकड़ा 9 लाख 35 हजार पार पहुंच गया है.

केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए पहली बार लागू हुआ टोकन सिस्टम यात्रियों को खूब भा रहा है. धाम पहुंच रहे हर यात्री को एक घंटे के भीतर मंदिर के गर्भ गृह में जाकर दर्शन हो रहे हैं. जिसका नतीजा यह है कि यात्रा ने अब तक की पिछली यात्रा के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. 39 दिन की पिछली यात्रा में जहां 9 लाख भक्त पहुंचे थे, वहीं इस बार यात्रियों का आंकड़ा 9 लाख 35 हजार पार पहुंच गया है.

केदारनाथ धाम में बढ़ती यात्रियों की भीड़ के बीच भक्तों को कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है. धाम सहित केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग और केदारनाथ हाईवे की हर एक गतिविधि को समय-समय पर चेक किया जा रहा है. धाम पहुंच रहे यात्रियों से भी प्रशासन की ओर से फीडबैक लिया जा रहा है. यदि कोई यात्री समस्या दर्ज करता है तो उस समस्या का शीघ्र निराकरण किया जा रहा है.

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद की जा रही है. भक्त आसानी से बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं. स्वच्छ वातावरण में भक्तों को बाबा केदार के दर्शन हो रहे हैं, जबकि किसी यात्री के बीमार होने पर शीघ्रता से स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जा रहा है. यात्रा मार्गों में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया गया है.

केदारनाथ में श्रद्धालुओं का तांता: केदारनाथ यात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है. धाम में बाबा केदार के प्रति भक्तों की अटूट आस्था देखने को मिल रही है. खराब मौसम के बावजूद बीते एक सप्ताह से उम्मीद से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. बीते 10 जून को 25 हजार 921 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. अंदाजा लगाया जा रहा है कि आगामी दिनों में और अधिक संख्या में भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचेंगे. ऐसे में प्रशासन सभी चुनौतियों से पार पाते हुए भक्तों को सुलभ दर्शन करवाने की कोशिशों में जुटा हुआ है.

व्यवस्थाओं की तारीफ: धाम पहुंच रहा हर भक्त बाबा केदार के दर्शन कर रहा है. भक्त प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ कर रहे हैं. मुंबई से आए भक्त अशोक मेहरा, उत्तर प्रदेश के चंदौली से पहुंचे उदय श्रीवास्तव, बंगाल के यात्री विश्वजीत कुमार सहित अन्य ने बताया कि बाबा केदार के अच्छे से दर्शन हो रहे हैं. लाइन में कुछ समय खड़े रहने के बाद ही दर्शन करने का नंबर आ रहा है. रहने खाने से लेकर साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था है. मेडिकल इमरजेंसी में सुरक्षा जवान मदद कर रहे हैं. पैदल यात्रा मार्ग पर पानी, शौचालय और साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था है.

बदरीनाथ में श्रद्धालुओं का सैलाब: उधर चमोली स्थित बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ रहा है. बीते 10 जून को बदरीनाथ धाम में 24 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की आमद रही. वहीं इस बार 4 मई कपाट खुलने के बाद से लेकर वर्तमान समय तक बदरी पुरी में लगभग सात लाख 31 हजार 846 तीर्थ यात्री भगवान श्री बदरी विशाल जी के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित कर चुके हैं.

वहीं सिक्ख धर्म के प्रसिद्ध धाम श्री हेमकुंड साहिब में भी 25 मई से अब तक 82,069 हजार श्रद्धालु पवित्र गुरुद्वारे में आस्था पूर्वक मत्था टेक चुके हैं. जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने बताया कि हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ धाम ओर हेमकुंड साहिब पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या न इस न हो, इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी के साथ तत्पर है. वहीं 10 जून को 6796 श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब के दर्शन किए.

यमुनोत्री धाम: यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुले थे, जिसके बाद से अभी तक 4 लाख 28 हजार 409 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए. वहीं 10 जून को 9504 श्रद्धालुओं ने मां यमुना के दर्शन किए.

गंगोत्री धाम: 30 अप्रैल को ही गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ हेतु खुले थे. जिसके बाद से 4 लाख 30 हजार 681 श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंच चुके हैं. वहीं 10 जून को 10,566 श्रद्धालुओं ने मां गंगा का आशीर्वाद लिया.

आदि कैलाश यात्रा: पिथौरागढ़ सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) शिवांश कांडपाल ने जानकारी दी है कि आदि कैलाश यात्रा मार्ग पर टैक्सी संचालन से संबंधित कुछ शिकायतें प्राप्त हुई हैं. विशेष रूप से यह संज्ञान में आया है कि आदि कैलाश टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियो एवं संचालकों द्वारा ये घोषणा की गई है कि, 10 जून 2025 से बाहरी राज्यों, जनपदों या क्षेत्र के बाहर से आने वाली टैक्सियों को धारचूला से आगे आदि कैलाश, ओम पर्वत, पंचाचुली तथा नारायण आश्रम तक यात्रा करने से रोका जाएगा.

एआरटीओ कांडपाल ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई प्रतिबंध विधिसम्मत नहीं है. किसी भी वैध परमिट धारक, जिसके पास हिल इंडोर्स लाइसेंस और अन्य सभी प्रकार के दस्तावेज सुचारू होंगे, उन वाहनों को निर्बाध रूप से नियमानुसार संचालन की अनुमति है. बाहरी टैक्सियों को जबरन रोकने या उनके संचालन में बाधा डालना कानून का उल्लंघन है. यदि इस प्रकार की कोई अवैधानिक गतिविधि सामने आती है तो संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.