Monsoon Update: इस बार मानसून ने देश के कुछ हिस्सों में समय से पहले दस्तक दी। मानसूनी सीजन की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन सनानत परंपरा में वर्षाकाल की शुरुआत सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही मानी जाएगी। सूर्य 22 जून को आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा।
पं. लेखराज शर्मा ने बताया, आर्द्रा से हस्त नक्षत्र तक कुल 8 नक्षत्रों पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी और हस्त में बारिश होती है। हर नक्षत्र 15 दिन का होता है। इस तरह 4 माह बारिश के हैं। इस बार जो स्थितियां बन रही हैं, उसके हिसाब से सामान्य से अच्छी बारिश होगी। फसलों के लिहाज से यह अच्छा रहेगा। सावन और भादौ में लगातार बारिश के आसार हैं। भादौ के बाद थोड़ा विराम आ सकता है। पूरे वर्षाकाल में 50 दिन से अधिक बारिश की तिथियां हैं।
अच्छी बारिश के योग
पं. रामनारायण आचार्य ने बताया, आर्द्रा प्रवेश तुला लग्न में है। सूर्य, बुध और गुरु की युति मिथुन राशि में रहेगी। अच्छी वर्षा के योग हैं। ज्यादातर भागों में वर्षा सामान्य होगी। उत्तर-दक्षिण में सामान्य से अधिक तो पश्चिम वायव्य कोण में अच्छी वर्षा होगी। तेज हवा, आंधी जैसी स्थिति भी बनेगी।
बारिश के योग
8 नक्षत्रों की शुरुआत आर्द्रा से होती है। इसके बाद पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी और हस्त नक्षत्र हैं। हर नक्षत्र 15 दिन का होता है। वर्षा के नक्षत्रों में पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा और मघा में अच्छी बारिश होती है। सबसे अधिक बारिश मघा नक्षत्र में होती है।
किस माह बारिश के योग
जून -8 दिन
जुलाई- 18 दिन
अगस्त- 15 दिन
सितंबर- 07 दिन
अक्टूबर- 02 दिन