केरल के अजीक्कल तट से लगभग 44 नॉटिकल मील दूर समुद्र में सिंगापुर-ध्वज वाले कंटेनर जहाज MV Wan Hai 503 में एक बड़ा धमाका हुआ. धमाके और आग की घटना के बाद भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल की तत्परता ने कई जानें बचा लीं. चीन ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भारत का आभार जताया है.
9 जून को MV Wan Hai 503, जो कोलंबो से न्हावा शेवा (मुंबई पोर्ट) जा रहा था, में अचानक डेक के नीचे विस्फोट हुआ. इसके बाद जहाज में आग लग गई. जहाज पर कुल 22 क्रू सदस्य सवार थे, जिनमें 14 चीनी नागरिक थे, इनमें 6 ताइवानी भी शामिल हैं. इस हादसे में 4 लोग लापता हैं और 5 घायल बताए जा रहे हैं.
कैसे दी गई मदद?
भारतीय तटरक्षक बल ने घटना के तुरंत बाद ICGS राजदूत (न्यू मैंगलोर से), ICGS अर्नवेश (कोच्चि से), और ICGS सचेत (अगत्ती से) को मौके पर रवाना किया. इसके अलावा ICGS समुद्र प्रहरि और ICGS समरथ को भी अग्निशमन और बॉउंड्री कूलिंग के लिए भेजा गया. तटरक्षक बल ने बताया कि एक ICG विमान ने घटनास्थल का हवाई सर्वे किया और हवा से गिराई जाने वाली आपात सामग्री भी भेजी गई.
जहाज़ की स्थिति कैसी है?
जहाज के मध्य भाग और एकोमोडेशन ब्लॉक के पास आग और छोटे धमाके हुए. सामने वाला कंटेनर बे क्षेत्र अब काबू में है, लेकिन जहाज से अभी भी काले धुएं के गुबार उठ रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक जहाज करीब 10 से 15 डिग्री तक बाईं ओर झुक गया है और कुछ कंटेनर समुद्र में गिर चुके हैं.
भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं. इस हादसे के कारण समुद्र में प्रदूषण फैलने का भी खतरा बना हुआ है, जिसकी निगरानी की जा रही है.
चीन ने भारत को कहा शुक्रिया
भारत की मदद के बाद चीन ने आधिकारिक रूप से आभार व्यक्त किया. भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि हम भारतीय नौसेना और मुंबई कोस्ट गार्ड के तत्पर और पेशेवर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए आभारी हैं। हम उम्मीद करते हैं कि सर्च ऑपरेशन सफल हो और घायल क्रू मेंबर जल्द ठीक हों.