मुंबई । बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान अपनी फिल्मों को अक्सर कई बार देखते हैं ताकि उनमें सुधार कर सकें, लेकिन उनकी एक बेहद खास फिल्म ऐसी भी है जिसे उन्होंने आज तक नहीं देखा। यह फिल्म है 2004 में रिलीज हुई और आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित स्वदेश। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित थी और लोगों को बहुत प्रेरित भी किया था। स्वदेश की कहानी पूरी तरह काल्पनिक नहीं है। यह फिल्म उस असली जोड़े रविकुचिमांची और अरविंद की जिंदगी से प्रेरित थी, जिन्होंने विदेश से लौटकर महाराष्ट्र के बैलगांव नामक गांव में एक छोटा सा बांध बनाकर वहां बिजली पहुंचाई थी। आशुतोष गोवारिकर ने इस फिल्म को बनाने के लिए बापू कुटी नामक किताब से प्रेरणा ली थी, जो फिल्म में भी दिखायी गई है। एक सीन में शाहरुख खान बुक स्टोर के पास खड़े होते हैं, जहां यह किताब भी नजर आती है।
फिल्म से जुड़ी और दिलचस्प जानकारी यह है कि मोहन भार्गव नामक किरदार जो बारिश का पता लगाने वाले ग्लोबल प्रेसिपिटेशन मेजरमेंट सैटेलाइट पर काम करता है, वह असल में नासा का एक मिशन था जिसे 2014 में लॉन्च किया गया था। लेकिन सवाल यह है कि इतनी खास और लोकप्रिय फिल्म को शाहरुख खान ने क्यों नहीं देखा? इसका जवाब इमोशनल है। शाहरुख ने बताया कि वे इस फिल्म और अपने किरदार से इतने जुड़ गए थे कि फिल्म खत्म होते हुए देखना उनके लिए बहुत भावनात्मक था। उन्होंने कहा, स्वदेश बनाना मेरे लिए इतना खुशी और भावनात्मक रूप से भरपूर अनुभव था कि मैंने कभी भी इस फिल्म को रिलीज के बाद नहीं देखा। मैं उस फिल्म के खत्म होने के एहसास को महसूस नहीं करना चाहता था। स्वदेश अपनी प्रेरणादायक कहानी और शाहरुख खान के अभिनय के लिए दर्शकों के बीच आज भी बेहद पसंद की जाती है। हालांकि, अभिनेता की इस खास वजह से यह फिल्म उनकी लिस्ट में अलग ही जगह रखती है।