शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर हमला बोलते हुए उन पर अपने विरोधियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। तमिलनाडु में टीएएसएमएसी (TASMAC) छापों को लेकर ईडी को सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर राउत ने कहा, ईडी बीजेपी, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का हथियार है। मैं भी ईडी का शिकार रहा हूं। 

शुक्रवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने कहा, “मैं भी (ईडी का) पीड़ित हूं। मैं इससे गुजर चुका हूं, मेरे जैसे कई और लोग हैं…ईडी भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का हथियार है। जब तक ईडी है, तब तक मोदी-शाह और भाजपा है।“

‘पाकिस्तान पर भरोसा क्यों करें’

उद्धव गुट के वरिष्ठ नेता राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सवालों का समर्थन करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने जो सवाल पूछे हैं, वे देश के 140 करोड़ लोगों के मन की बात है। राहुल गांधी ने पूछा है कि पाकिस्तान पर भरोसा क्यों करें? यह सवाल गलत कैसे हो सकता है? पूरा विश्व जानता है कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। सिर्फ भाजपा वाले ही शायद यह सवाल नहीं समझ पा रहे है।

संजय राउत ने आगे कहा, “हमारा खून खौलता है। हमारी रगों में देशभक्ति और भारत प्रेम का खून दौड़ता है। जब हमारे 26 निर्दोष लोग मारे गए, जब हमारी महिलाओं का सिंदूर मिटा, तब भी हमारा खून खौलता है। हमारे पास खून के अलावा कुछ नहीं, और वही खून देश के लिए बहता है।”

उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें शरीफ ने कहा था कि उन्होंने 1971 की हार का बदला ले लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्होंने 1971 की हार का बदला ले लिया है। यह कहने की हिम्मत उन्हें कैसे हो गई? 1971 में जब इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को हराया था, तब भी पाकिस्तान की भाषा ऐसी नहीं थी। 1965 में लाल बहादुर शास्त्री के नेतृत्व में हमने पाकिस्तान को लोहे के चने चबवाए थे। तब भी उनके नेताओं की भाषा इतनी उग्र नहीं थी। लेकिन आज मोदी सरकार के कार्यकाल में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ कह रहे हैं कि उन्होंने भारत से 1971 का बदला लिया है, यह सरकार के लिए शर्म की बात है।”