गिरिडीह: इस्लाम धर्म के पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ को हैदराबाद से मंगाने के लिए ऑनलाइन आर्डर करने वाले शख्स को यह आर्डर महंगा पड़ा और साइबर ठगों ने अपने बुने जाल में फांसते हुए उसके खाते से पलक झपकते ही 85,300 रुपये उड़ा लिए।

पीड़ित युवक इमामुल अंसारी बगोदर थाना क्षेत्र के डोरियो गांव का रहने वाला है। उसने इसकी एनसीसीआरपी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत करने के बाद साइबर थाने में आवेदन देकर गुहार लगाई है।

उसने बताया कि साइबर ठगों ने उसे एक लिंक भेजकर अपने घर का पता अपडेट करने को बोला और जैसे ही उसने लिंक को अपडेट किया, उसके खाते से 85,300 रुपये गायब हो गए।

यह रकम फिलिपींस करेंसी के रूप में टपाई गई। फिलिपींस करेंसी के रूप में इसका 55,200 रुपये मूल्य है, जबकि उसकी भारतीय करेंसी में 85,300 रुपये मूल्य है। पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ तो घर पर आया नहीं, लेकिन ठगों ने अपनी करतूत दिखा दी।

इंस्टाग्राम के माध्यम से किया था आर्डर
इंटरनेट मीडिया इंस्टाग्राम पर आने वाले ऑनलाइन खरीदारी के लिंक पर पवित्र कुरान शरीफ के लिए पहले उसमें दिए गए नंबर पर संपर्क किया। इसके बाद कुरान शरीफ का आर्डर किया। दूसरी ओर से बात करने वाले ने इमामुल को कोई भी लिंक टच करने के लिए एहतियातन मना किया था, लेकिन उसके ही बुने जाल में वह फंस गया।

पता अपडेट करने का दिया झांसा
पीड़ित के वाट्सएप नंबर पर इंडियन पोस्टल का एक लिंक भेजा गया और घर का पता अपडेट नहीं रहने का हवाला देते हुए आर्डर की प्राप्ति के लिए पता अपडेट करने बोला गया। अपडेट करने के बाद खाते से राशि टपा ली गई।

रिडिलीवर्ड के लिए 25 रुपये चार्ज का दिया चकमा
ठगों ने पता अपडेट करने के लिए जो लिंक भेजा उसे अपडेट करने के एवज में 25 रुपये का चार्ज कटने की बात कही। इसके बाद पीड़ित ने लिंक खोलकर उसमें एटीएम कार्ड होल्डर का नाम, कार्ड का नंबर, कार्ड की वैधता व पिन नंबर डाला। इसके बाद जन्मतिथि डालने के लिए कहा तथा ओटीपी आने पर उसे भी डालने के लिए बताया गया। इतना करने के बाद खाते में पड़ी राशि साफ हो गई।

इंडियन पोस्टल का भेज था लिंक
ठगों ने पीड़ित को जो लिंक भेजा था, वह लिंक इंडियन पोस्टल का बनाया हुआ था। इसमें इंडिया पोस्ट का लोगो भी लगा हुआ था जिससे पीड़ित को विश्वास हो गया था कि वह डाक के लिंक से अपडेट कर रहा है।

पैरालाइसिस मरीजों के इलाज को रखा था पैसा
इमामुल ने बताया कि घर में दो-दो सदस्यों को पैरालाइसिस अटैक कर गया है जिससे वे बीमार रहते हैं। उनके इलाज के लिए कब पैसे की जरूरत पड़ जाए, इसी को ध्यान में रखकर खाते में उक्त राशि को जमा कर रखे थे ताकि समय पर इलाज में काम आ सके, लेकिन किन ठगों ने झांसा देकर चपत लगा दी।