केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख बताने के लिए सर्वदलीय सांसदों के 7 डेलिगेशन बनाए हैं. जो दुनिया के कई बड़े देशों खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों का दौरा करेगा. 59 सदस्यों वाले इस डेलिगेशन में 51 नेता और 8 राजदूत शामिल हैं. इस बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) का बयान सामने आया है. जिसमें कहा गया है कि देशहित में सरकार जो भी कदम उठाएगी पार्टी उसका पूरा समर्थन करेगी.

शिवसेना (UBT) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें कहा गया है केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कल पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे इस प्रतिनिधिमंडल को लेकर फोन पर बात की. यह प्रतिनिधिमंडल ‘भारत बनाम आतंकवाद’ विषय पर आधारित है न कि राजनीति पर. जब हमें इस बात का आश्वासन मिला कि यह राजनीतिक उद्देश्य से नहीं है, तब हमने भी सरकार को आश्वस्त किया कि हम देश हित में जो भी उचित और आवश्यक होगा, उसमें पूरा सहयोग देंगे.स प्रतिनिधिमंडल में देश भर से अन्य सांसदों के साथ हमारी पार्टी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी भाग लेंगी.

‘आतंकवाद के खिलाफ हम एकजुट हैं’
इसके आगे कहा गया ‘पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के तुरंत बाद सभी राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन दिया है और उनके आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने की मांग की. हम सभी आतंकवाद के खिलाफ हमारे सशस्त्र बलों की कार्रवाई में एकजुट हैं इस पर दो राय नहीं हो सकती.’

‘देश के अंदर उठाएंगे सवाल’
पार्टी का कहना है ‘हालांकि, पहलगाम हमले के संदर्भ में कूटनीतिक स्थितियों और खुफिया/सुरक्षा तंत्र की विफलता को लेकर हमारे अपने सवाल हैं, जिन्हें हम देश के भीतर उठाते रहेंगे क्योंकि यह हमारे राष्ट्रहित में है, लेकिन वैश्विक मंच पर हमें एकजुट होकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करना होगा, ताकि उसे अलग-थलग कर उसे खत्म किया जा सके.

पीएम मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग
शिवसेना (UBT) ने कहा ‘हमने केंद्र सरकार को यह भी बताया है कि हम इस उद्देश्य में एकजुट हैं, लेकिन ऐसे प्रतिनिधिमंडलों के बारे में राजनीतिक दलों को पहले से बेहतर तरीके से सूचित करने की एक प्रोटोकॉल व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि भ्रम और अव्यवस्था से बचा जा सके. यह मुद्दा कल की टेलीफोनिक बातचीत में सामने आया और हमने ऐसे किसी भी राष्ट्रहित के कदम में अपना समर्थन दोहराया है. साथ ही हमने प्रधानमंत्री से जल्द से जल्द एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम एकजुट हैं’.

उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने अपनी पोस्ट में साफ कर दिया है कि केंद्रीय मंत्री ,किरण रिजिजू से बात करने के बाद पार्टी प्रियंका चतुर्वेदी को आल पार्टी डेलिगेशन में भेज रही है. इस डेलिगेशन में NDA के 31, कांग्रेस के 3 और 20 दूसरे दलों के नेता शामिल हैं. डेलिगेशन में शामिल सदस्यों ने चाहे वो किसी भी दल के हैं, उन्होंने सरकार के इस कदम को सराहा है, वहीं विपक्ष के कई नेताओं ने इस पर ऐतराज जताया है. खुध उद्धव की पार्टी के नेता संजय राउत ने इस पर सवाल खड़े किए थे. हालांकि अब इस पोस्ट से स्पष्ट हो गया है कि पार्टी केंद्र सरकार के फैसले के साथ है.