सरकार अब हाईवे और एक्सप्रेसवे पर हैवी ड्यूटी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जैसे बस और ट्रक के लिए 360 किलोवॉट के चार्जिंग प्वाइंट्स लगाने जा रही है, जिससे महज 15 मिनट में चार्जिंग संभव होगी. फिलहाल शहरी क्षेत्रों में 60 kW और हाईवे पर 240 kW चार्जर लगाए जा रहे हैं. PM E-Drive योजना के तहत 2030 तक 1 लाख चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य है. इस प्रोजेक्ट में ₹2,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा,अब हाईवे पर चलने वाली हेवी ड्यूटी इलेक्ट्रिक गाड़ियों को स्पीड पर ब्रेक नहीं लगेगा क्योंकि सरकार इन रास्तों पर स्पीड चार्जिंग प्वाइंट्स बनाने जा रही है. जिससे कि ये गाड़ियां मात्र 15 मिनट में फुल चार्ज हो जाएंगी. इसका फायदा हाईवे पर चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों और ट्रकों को मिलेगा. अभी इनको चार्ज करने के लिए 1 घंटे का समय लगता था, जिससे यात्रा करने में ज्यादा समय लगता है.

हाई कैपेसिटी चार्जर क्यों हैं जरूरी

रिपोर्ट के मुताबिक, अभी लोगों को चार्ज के लिए लंबे समय तक स्टेशनों पर रुकना पड़ता है, जिसकी वजह से लंबी दूरी तय करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने से परहेज करते हैं. आमतौर पर 60 kW का डीसी चार्जर एक इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने में 1 घंटा लगता है.

कहां लगेंगे ये चार्जिंग प्वाइंट्स?

इसी समस्या को देखते हुए सरकार की योजना है कि हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ये हाई स्पीड चार्जर लगाए जाएं. इसके अलावा राज्य परिवहन द्वारा संचालित बस डिपो और प्रमुख बस स्टॉप्स पर भी इन चार्जरों को लगाने की योजना है.

1 लाख DC चार्जर लगाने का लक्ष्य

भारत सरकार ने PM E-Drive स्कीम के तहत 2030 तक कुल 1 लाख DC चार्जिंग स्टेशन लगाने का लक्ष्य रखा है. पहले यह संख्या 4 लाख तय की गई थी लेकिन बाद में इसमें बदलाव किया गया. अभी शहरी इलाकों में 60 kW और हाईवे पर 240 kW चार्जर लगाए जा रहे हैं, जो कि 70:30 अनुपात में लगाए जा रहे हैं. मंजूरी मिलते ही 360 kW चार्जर भी लगाए जाएंगे. अब तक की स्थिति (31 मार्च 2025 तक) में देश में कुल चार्जर संख्या 37,752 जबकि कुल स्टेशनों की संख्या 29,277 है.

कैटेगरी वाइज चार्जिंग लक्ष्य

वाहन प्रकार चार्जर क्षमता लक्ष्य (संख्या)
e2W और e3W (2-3 व्हीलर) 12 kW 48,400
e4W (4 व्हीलर) 60 kW 22,100
बस व ट्रक 240-360 kW 1,800