ईरान में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. देश में कोविड-19 मामलों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी ने सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है. इसी के मद्देनजर सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. खासकर भीड़-भाड़ वाले इलाकों और बंद जगहों पर लोगों को मास्क लगाकर ही आने-जाने की सलाह दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर के अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या इस बात का संकेत है कि वायरस एक बार फिर फैल रहा है. हालांकि अब तक कोविड के मामलों को लेकर कोई स्पष्ट डेटा जारी नहीं किया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग मान रहा है कि यह ओमिक्रॉन वैरिएंट का ही नया प्रभाव है.
ईरानी डॉक्टरों ने क्या कहा?
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. ने बताया कि वृद्ध नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, दिल के मरीजों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को पहले की तरह ही सतर्कता बरतने की जरूरत है. उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें और अनावश्यक यात्रा से बचें.
ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री अलीरेजा रईसी ने हाल ही में देशभर की यूनिवर्सिटी स्वास्थ्य इकाइयों को पत्र लिखकर चेताया कि कोरोना और फ्लू जैसे श्वसन संबंधी रोगों से सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने विशेष रूप से सार्वजनिक कार्यालयों, अस्पतालों और बंद वातावरण में मास्क पहनने को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं.
आधिकारिक आंकड़ों पर एक नजर
गौरतलब है कि फरवरी 2020 में चीन के बाद ईरान दूसरा देश था जिसने आधिकारिक रूप से कोरोना महामारी की पुष्टि की थी. तब से अब तक देश में 1,45,000 से अधिक मौतें और 75 लाख से अधिक संक्रमण के मामले दर्ज हो चुके हैं. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि वास्तविक आंकड़े इससे सात गुना अधिक हो सकते हैं. सरकार की ओर से नया मास्क आदेश देश में फिर से संक्रमण की गंभीरता को दर्शा रहा है. ऐसे में आम लोगों से अपील की गई है कि वे पूर्व की तरह सतर्कता बरतें और मास्क के साथ अन्य कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें.