महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा अभयारण्य के रामदेगी वन क्षेत्र में बाघिन को लेकर दो बाघों के बीच भीषण लड़ाई छिड़ गई. इस हिंसक झड़प में एक बाघ की मौत हो गई, वहीं, दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया. पर्यटकों द्वारा घायल बाघ को देखे जाने के बाद मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि बाघ छोटा मटका और नीली आंखों वाली बाघिन नयनतारा, कुछ समय से रामदेगी वन क्षेत्र में पर्यटकों का मनोरंजन कर रहे हैं. हाल ही में दो बाघ, वीरभद्र और ब्रह्मा उनके क्षेत्र में घुस आये हैं.

बाघ वीरभद्र और ब्रह्मा से बाघिन नयनतारा के साथ रहने वाले बाघ छोटा मटका का कई दिनों से संघर्ष छिड़ा हुआ है. इसी बीच 10 मई की सुबह ब्रह्मा बाघ का सामना छोटा मटका बाघ से हुआ था. दोनों बाघों के बीच कट्टर शत्रुओं की तरह भीषण लड़ाई हुई. इस संघर्ष में ब्रह्मा नामक प्रवासी बाघ गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी बाद में मौत हो गई.

पर्यटकों ने देखा घायल बाघ
इस संघर्ष में दूसरा बाघ छोटा मटका घायल हो गया, लेकिन वह बच गया. जिस स्थान पर छोटा मटका घायल था, वहां मंगलवार को पर्यटक घूमने के लिए आये. पर्यटकों ने घायल बाघ की हरकतों को कैमरे में कैद किया और इसकी सूचना स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों को दी. जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारियों ने छोटा मटका की तलाश शुरू कर दी. ठीक उसी समय वन विभाग के अधिकारियों को ब्रह्मा बाघ का शव मिला. उसके पैरों के निशान के आधार पर उसकी पहचान ब्रह्मा बाघ के रूप में की गई.

वन विभाग की टीम कर रही तलाश
वन विभाग की टीम ने पंचनामा बनाकर उसे दफना दिया. अधिकारियों ने बताया कि वे घायल पशु की तलाश कर रहे हैं. इस बीच वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छोटा मटका नामक बाघ ने पहले भी अपने क्षेत्र में घुस आए दो अन्य बाघों बजरंग और मोगली को मार डाला था. दूसरी ओर, वन अधिकारियों ने उसी जिले के सिंदेवाही तालुका के डोंगरगांव वन क्षेत्र में ट्यूनिकेट मजदूरों को मार रहे एक हत्यारे बाघ को बचाकर पकड़ लिया था. महाराष्ट्र के वन अधिकारियों ने बचाव अभियान चलाकर चंद्रपुर जिले के सिंदेवाही तालुका के डोंगरगांव वन क्षेत्र में पांच महिलाओं को मारने वाले हत्यारे बाघ को पकड़ा है.