पहले चरण के मतदान को खत्म हुए चार दिन हो चुके हैं। हार-जीत का परिणाम ईवीएम में कैद हो चुका है। अब प्रत्याशी और उनके समर्थक अपनी-अपनी जीत का अनुमान लगा रहे हैं। कम मतदान होने से कांग्रेस जहां अपनी जीत पक्की मानकर बैठी है, वहीं भाजपा का कहना है कि कम मतदान का मतलब यह भी माना जा सकता है कि जनता बदलाव नहीं चाहती।

कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीणा ने अपनी जीत का दावा करते हुए एक लाख से अधिक मतों से अपनी जीत का आंकड़ा बताते हुए कहा कि हो सकता है अबकी बार केंद्र में सरकार ही कांग्रेस की बन जाए, मोदी फैक्टर अबकी बार नहीं चला है। मुरारीलाल की मानें तो उनका कहना तो यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौसा रोड शो को फायदा बीजेपी को नहीं मिलकर कांग्रेस को मिला है। ग्रामीण क्षेत्र में भले मतदान का प्रतिशत कम रहा हो लेकिन वह वोट कांग्रेस को मिले हैं। बहरहाल किसे, कितने वोट मिले हैं यह तो परिणाम आने पर ही पता चलेगा।