न्यूयॉर्क। पीएम नरेंद्र मोदी आज काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस यानि सीएफआर के कार्यक्रम में पहुंचे और अपनी बात रखी। मोदी ने यहां भारत के विकास कार्यक्रम से लेकर पड़ोसियों से संबंध और आतंकवाद पर खुलकर बात की। मोदी ने आतंकवाद को दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। मोदी ने कहा कि कुछ देशों ने आतंकवाद के खतरे को समझा ही नहीं। मोदी ने क्या-क्या कहा, पढ़ें-

मोदी की मुख्य बातें

-गुड टेरेरिज्म, बैड टेरेरिज्म की धारणा गलत।

-आतंकवाद को अलग-अलग तराजू में नहीं तौला जा सकता।

-आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।

-हमने आतंकवाद को 40 साल झेला है।

-जब तक बम नहीं गिरता, आतंकवाद का मतलब समझ नहीं आता।

-कुछ लोगों ने आतंक के रुप को समझा ही नहीं।

-दुनिया के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा।

-अपने शपथ ग्रहण में सार्क देशों को बुलाया।

-पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती चाहते हैं।

-पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य होगा।

-गंगा की सफाई के लिए जन आंदोलन खड़ा होगा।

-हम कानूनों में बदलाव ला रहे हैं।

-देश को विकास के रास्ते पर ले जाना मेरी जिम्मेदारी।

-देश को विकास के रास्ते पर ले जाना मेरी जिम्मेदारी।

-मेक इन इंडिया लक्ष्य की तरफ एक कदम है।

-सरकार बनने के बाद सबका विश्वास बढ़ा है।

-गरीबों का विकास करना देश का विकास है।

-हमें विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा होना है।

-हम ई गवर्नेंस और डेवलपमेंट पर जोर दे रहे हैं।

-भारत विश्व का सबसे युवा देश।

-भारत में युवाओं की सोच बदली है।

-गुड गवर्नेंस मेरा लक्ष्य।

-लोकतंत्र की ताकत से यहां आया हूं।

-भारत के नौजवान ने निराशा-अस्थिरता का माहौल देखा है।

सवाल जवाब के कार्यक्रम में भी मोदी ने आतंकवाद पर सवालों के जवाब दिए। मोदी ने कहा कि भारत में आतंकवाद बाहर से भेजा जा रहा है। भारत का मुसलमान अल कायदा को फेल कर देगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका – भारत को आतंकवाद पर साथ आना होगा। अमेरिका अफगानिस्तान में भारत के साथ काम कर रहा है। लेकिन अमेरिका को यहां से सेना एक साथ नहीं हटानी चाहिए अन्यथा यहां का हाल इराक जैसा हो जाएगा। चीन से संबंधों पर मोदी ने कहा कि सीमा विवाद पर चीन से बातचीत चल रही है और इसमें किसी तीसरे की मदद नहीं चाहिए।