दमोह ।   दमोह जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के धर्मपुरा में मंगलवार रात बारिश के साथ बादल की तेज गर्जना के चलते एक पटेल परिवार का कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। इसके मलबे में एक महिला व उसकी तीन साल की मासूम बच्ची दब गई। जैसे ही मकान गिरा तभी परिवार के लोग चिल्लाते हुए बाहर निकले। पड़ोस में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को बुलाया।  इसके बाद मलबे से मां-बेटी को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया है।घटना में घायल हुई बबली पटेल ने बताया कि मंगलवार रात को बारिश होने के साथ ही काफी तेज बादल गरज रहे थे। इससे कच्चे मकान की दीवार ढह गई। ऊपर का पूरा छप्पर उसके और  तीन साल की बेटी उन्नति के ऊपर आकर गिर गया। इसमें वह दब गए। शोर सुनते ही उसकी सास बाहर निकली और पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदारों को घटना की जानकारी दी। सभी लोग मौके पर पहुंचे और मलबे से दोनों को घायल अवस्था ने बाहर निकाला। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। 

घायल महिला के ससुर कुंजी पटेल ने बताया की मकान गिरने से करीब आधे घंटे तक उसकी बहू और नातिन उन्नति मलबे में दबे रहे। पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदारों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया। बुजुर्ग का कहना है कि बच्चों की जान बच गई, इससे ज्यादा और उन्हें कुछ नहीं चाहिए। बच्चे सही सलामत है। मकान तो हम फिर बना लेंगे। घटना के संबंध में धर्मपुरा वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि यशपाल ठाकुर ने बताया कि उन्हें रात में ही जानकारी मिली तो वह भी इस परिवार की मदद करने पहुंचे। मलबे से मां-बेटी को बाहर निकलवाया। उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि परिवार का पीएम आवास की सूची में नाम है। इसके बावजूद भी राशि स्वीकृत नहीं की जा रही है। आज इस परिवार का पक्का मकान बना होता तो यह घटना नहीं हो पाती। गनीमत  रही कि समय पर मां-बेटी को बाहर निकाल लिया गया नहीं तो एक बड़ी घटना घटित हो सकती थी।