सहारनपुर में सम्राट मिहिर भोज को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज में लंबे समय से विवाद चल रहा है।  गुर्जर समाज ने आज जिले में धारा 144 और प्रशासन की अनुमति के बिना सम्राट मिहिर भोज को लेकर गुर्जर गौरव यात्रा निकाली। वहीं, पुलिस-प्रशासन बेबस नजर आया। वही, राजपूत समाज ने यात्रा का विरोध कर दिया है। प्रतिबंध के बावजूद गुर्जर समाज द्वारा गौरव यात्रा निकालने के विरोध में राजपूत समाज के लोगों ने भी सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया।

यात्रा रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने नकुड क्षेत्र में बैरिकेडिंग वगैरह लगाकर सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए, लेकिन गुर्जर समाज के लोगों ने प्रतिबंध के बावजूद यात्रा निकाली गई। वहीं गुर्जर व राजपूत समाज में तनातनी को देखते हुए जिले में BSNL व ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा बंद की गई है।

दोनों समाज के बीच है ये विवाद
गुर्जर समाज के लोगों को मानना है कि सम्राट मिहिर भोज एक गुर्जर सम्राट थे जबकि राजपूत समाज का मानना है कि सम्राट मिहिर भोज एक क्षत्रिय सम्राट थे। अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के सदस्य आचार्य विरेंद्र विक्रम ने कहा कि गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज रघुवंशी सम्राट थे और गुर्जर प्रतिहार वंश के सबसे प्रतापी सम्राट थे। 851 ईसवीं मे भारत भ्रमण पर आए अरब यात्री सुलेमान ने उनको गुर्जर राजा और उनके देश को गुर्जर देश कहा। इसी तरह अनेक इतिहासकारों उनके गुर्जर होने का प्रमाण दिया है।
 
वहीं, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष डाॅ. कुशलपाल ने कहा कि क्षत्रिय सम्राट मिहिर भोज को एक विशेष जाति के लोग गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं, जो गलत है। मिहिर भोज एक क्षत्रिय सम्राट थे। वे यात्रा का विरोध करते हैं।

राजपूत समाज ने भी सड़कों पर उतर कर जुलूस निकाला
जनपद में प्रतिबंध के बावजूद गुर्जर समाज द्वारा गौरव यात्रा निकालने के विरोध में राजपूत समाज के लोगों ने भी सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। राजपूत समाज के लोग दोपहर में मल्हीपुर रोड स्थित रामनगर में राजपूत भवन पर एकत्र हुए। सैकड़ों की संख्या में नारेबाजी करते हुए जैन कॉलेज रोड से होते हुए जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट तिराहे पर पहुंचे।  यहां पहुंचकर लोगों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया।

पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे प्रदर्शन करते रहे। यहां पर करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा  इस दौरान कुछ युवा प्रदर्शन करते हुए घंटा घर पर पहुंचे, वहां पर भी नारेबाजी की। बाद में मौके पर अधिकारियों ने पहुंचकर उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया। राजपूत समाज के लोग और युवा कचहरी के पास धरना स्थल पर जमा हुए हैं।