बीजेपी विधायक उत्तर प्रदेश सरकार ने बीजेपी विधायक संगीत सोम द्वारा ताजमहल और मुगल कालीन शासकों को लेकर दिए गए विवादित बयान से उत्तर प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है. ​

 

विपक्षी पार्टियों ने इस बयान को लेकर बीजेपी पर हमला किया है. हालांकि यूपी सरकार ने संगीत सोम के बयान से किनारा कर लिया है.

 

समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि संगीत सोम ने कहा कि ताजमहल हम पर धब्बा है. संगीत सोम को इतिहास की किताब देनी चाहिए. शाहजहां कैसा शासक था? वह बहस ताजमहल की खूबसूरती को कैसे तय कर सकती है? जूही सिंह ने पूछा कि क्या ये ताजमहल के साथ लालकिले, जामा मस्जिद को भी तोड़ेंगे? बीजेपी के नेताओं को अपना सबका साथ, सबका विकास का नारा फिर से याद करना चाहिए.

 

इसके अलावा जूही सिंह ने कहा कि बीजेपी के लिए राम अब आस्था नहीं पर्यटन की वस्तु हो गए हैं. राम के लिए लोग जब खड़े थे तो जो शीर्ष नेतृत्व उनके साथ था, वो सो रहा है. दिवाली कहीं भी मनाइए लेकिन उन लड़कियों की चिंता करिए जो सुरक्षित नहीं हैं. राम की मूर्ति लगाने वाले बताएं तो कैसे उनकी आरती होगी?

 

 

जूही सिंह ने कहा कि गांव में बिजली मिली तो बल्ब जलाएं, दिया क्यों जला रहे हैं? हर बात को चुनाव के हिसाब से क्यों करते हैं? त्यौहार को तो रहने दें.

 

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र मदान ने कहा कि संगीत सोम की इस तरह की भाषा सुनकर कोई आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि वह आरएसएस के हैं. आरएसएस की ही भाषा बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ ये सरकार सबका साथ, सबका विकास की बात करती है. वहीं दूसरी तरफ सिर्फ और सिर्फ 2019 के चुनावों को मद्देनजर रखकर उत्तर प्रदेश और देश की आवाम को बांटने का संदेश देती है. वीरेंद्र मदान ने कहा कि पिछले काफी समय से केंद्र में जबसे ये पार्टी सत्ता में आई है, तभी से हिंदुस्तान के इतिहास से छेड़छाड़ की कई कोशिशें कर चुकी है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

 

बता दें कि मेरठ के सरधना से बीजेपी विधायक संगीत सोम ने मुगल कालीन शासकों के इतिहास को देश के लिए कलंक बताते हुए कहा है कि इतिहास से मुगलकालीन शासकों को निकालकर अब यूपी में हिंदुओं के इतिहास को दर्शाया और पढ़ाया जाएगा.

 

उन्होंने यह बयान मेरठ में आयोजित एक जनसभा के दौरान दिया. उन्होंने बताया कि यूपी सरकार अकबर, बाबर और औरंगजेब जैसे कलंक कथा लिखने वाले बादशाहों को इतिहास से निकालने की तैयारी कर रही है. उन्होंने मुगलकालीन बादशाहों को अत्याचारी बताते हुए कहा कि भारत के इतिहास में दर्ज उनके अत्याचारों में विश्वप्रसिद्ध ताजमहल भी शामिल है.