देवास ।  सोनकच्छ में पांच लोगों ने एक नाबालिग किशोर की हत्या कर दी। हत्या करने वालों में तीन नाबालिग हैं। घटना में मृतक जसपाल बघेल का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन थाने लेकर पहुंचे और अन्य अपराधियों पर प्रकरण दर्ज करने की मांग करते हुए थाने का घेराव किया। थाने पर मौजूद एसडीओपी पीएन गोयल और टीआइ नीता देअरवाल ने मृतक के परिजनों को निष्पक्ष जांच के लिए आश्वस्त किया। एसडीओपी गोयल ने स्वजनों द्वारा बताए अन्य नामों को विवेचना में लेकर जांच उपरांत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। पुलिस के अनुसार फरियादी हर्षराज पिता सुरेश सिंह बघेल निवासी ठाकुरसेरी ने अपने बड़े पापा इंदर सिंह बघेल के साथ थाना आकर रिपोर्ट लिखवाई कि मैं बस स्टैंड पर मजदूरी का काम करता हूं। बुधवार दोपहर को विजय मालवीय और उसका एक साथी नाबालिग मुझे बस स्टैंड पर मिले तो मैंने उनको बोला कि मेरे भाई और मुझे क्यों डराते हो, इस बात को लेकर मैंने उनको मना किया तो वे दोनों वहां से नाराज होकर चले गए। उन्‍होंने कहा कि बुधवार रात को 9.30 से 10.00 बजे करीब मैंने अपने भाई जसपाल बघेल को बस स्टैंड पर लेने के लिए बुलाया था और मैं पैदल बस स्टैंड से कालीसिंध नदी की तरफ चलने लगा तब मैंने देखा कि मेरा भाई जसपाल जो मोटर साइकिल पर कालीसिंध नदी वाले रोड पर मुक्तिधाम के पास था उसे विजय मालवीय व उसके दो साथियों ने रोका। विजय के हाथ में चाकू था और बाकी दोनों के हाथ में डंडे थे।

उनके अनुसार विजय ने चाकू से मेरे भाई जसपाल की बाएं तरफ पसलियों के पास नीचे की तरफ पीछे से जान से मारने की नीयत से चाकू घोंपा, जिससे वह गिर गया। उसके दो साथी जो हाथ में डंडे लिए हुए थे उन्होंने जसपाल को डंडों से मारा। इतने में वरुण सिया और उसका एक और साथी भी आ गए इन दोनों के हाथ में भी डंडे थे, जिससे इन दोनों ने भी मेरे भाई जसपाल को मारा। सभी को मारता देख संजु माली ने बीच बचाव किया तो इन लोगों ने संजु माली को भी डंडों से मारा। जैसे ही में चिल्लाया तो यशराज चौहान भी वहां आ गया मेरी आवाज सुनकर ये सभी वहा से भाग गए। विजय मालवीय, वरुण सिया और उसके तीन साथियों ने जान से मारने की नियत से एकमत होकर मेरे भाई जसपाल के साथ चाकू और डड़ों से मारपीट की, जिससे जसपाल वहीं पर बेहोश हो गया।

इलाज के दौरान हो गई मौत

स्वजन ने बताया कि मैं अपने भाई जसपाल और संजु माली को यशराज चौहान के साथ इलाज के लिए सोनकच्छ अस्पताल लेकर आया, जहां डाक्टर ने उसे देवास के लिए रैफर कर दिया। जिसके बाद उसे देवास से इंदौर रैफर किया। इंदौर एमबाय हास्पिटल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने 307, 34 में प्रकरण दर्ज कर लिया। पुलिस ने 12 घंटे में पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।