जबलपुर:बिजली कंपनी के उपभोक्ता अब खुद बिजली पैदा कर सकते हैं। जितनी जरूरत है उतनी घर में उपयोग करें। ज्यादा है तो बेचकर पैसे भी कमा लें। पूर्व बिजली कंपनी का ये ऑफर हर वर्ग के लिए खुला है। नेट मीटरिंग स्कीम में उपभोक्ता को सोलर पैनल लगाना होगा। कंपनी से नेट मीटर लगवाकर बिजली की खरीद-फरोख्त शुरू की जा सकती है।
	
	क्या है स्कीम
	
	सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए बिजली कंपनी सागर, रीवा अैर शहडोल संभाग में सोलर एनर्जी के नेट मीटरिंग योजना को लागू कर रही है। उपभोक्ता घर में अपने खर्च पर सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा करेगा। उपभोक्ता को नेट मीटर लगाकर ग्रिड से कनेक्ट होना पड़ेगा।
	
	बिजली कंपनी के अधीक्षण अभियंता से इस संबंध में आवेदन लिया जा सकता है। कंपनी मीटर की टेस्टिंग के बाद उसे लगाएगी। जिसमें ग्रिड में कितनी बिजली भेजी गई। उसका लेखा-जोखा होगा। उसी के हिसाब से बिजली का भुगतान होगा। मप्र विद्युत नियामक आयोग ने सोलर एनर्जी का दाम फिक्स किया है।
	
	जुड़ने से ये फायदा
	
	ग्रिड कनेक्शन से उपभोक्ता को बिजली बेचने की सुविधा होगी। दरअसल जरूरत से ज्यादा बिजली को उपभोक्ता स्टोर नहीं कर सकता है। ऐसे में अनुपयोगी बिजली को उपभोक्ता ग्रिड के जरिए बेच सकता है। वहीं कभी सोलर एनर्जी नहीं बन पाई तो उपभोक्ता ग्रिड से बिजली ले भी सकता है।





