श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले में एक नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में नशे का काला कारोबार चल रहा था। नारकोटिक्स विभाग कोटा, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा की प्रीवेंटिव टीमों ने इस नशा मुक्ति केंद्र पर छापेमारी कर नशा मुक्ति से लाखों की नशीली दवाइयां जब्त की हैं। इसकि साथ ही टीम ने इस मामले में नशा मुक्ति केंद्र के 3 संचालकों और 1 चिकित्सक को गिरफ्तार भी किया है।
  जानकारी के अनुसार नारकोटिक्स विभाग ने यह कार्रवाई श्रीगंगानगर जिले के सादुलशहर में की है। विभाग को मिले फीडबैक के आधार पर उसने सादुलपुर के उम्मीद नशा मुक्ति केंद्र में छापामारी की कार्रवाई की। नारकोटिक्स विभाग की टीम ने वहां से नशे की करीब डेढ़ लाख टेबलेट जब्त की हैं। बाजार भाव के हिसाब उनकी कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई जा रही है। 
  प्रीवेंटिव टीम ने नशे की इस खेप को जब्त कर इस काले कारोबार के जिम्मेदार उम्मीद नशा मुक्ति केंद्र के 3 संचालकों और एक चिकित्सक को गिरफ्तार कर लिया। हत्थे चढ़े नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों में शामिल प्रदीप कुमार का पंजाब रहने वाला है। उसका दूसरा पार्टनर श्रवण कुमार श्रीगंगागनर के सादुलशहर का ही है। वहीं उनका तीसरा साथी अनिल बेनीवाल श्रीगंगानगर से सटे हनुमानगढ़ जिले का रहने वाला है। 
    प्राप्त जानकारी के अनुसार नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों के द्वारा नारकोटिक्स ड्रग्स और शेड्यूल एच1 ड्रग का फर्जी बिल और मरीजों की फर्जी फाइलें बनाकर अवैध तरीके से यह काला कारोबार किया जा रहा था। नारकोटिक्स टीम अब आगे की कार्रवाई में जुटी है।