
रांची। कोविड-19 पॉजिटिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर आज कांग्रेसजनों की ओर से राजधानी रांची के निवारणपुर स्थित तपोवन मंदिर में विशेष पूजा अर्चना और हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पार्टी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे के नेतृत्व में आयोजित इस हवन और पूजन कार्यक्रम में कोरोना संक्रमित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल के भी जल्द स्वस्थ होने की कामना की गयी।
राजधानी रांची के प्रसिद्ध तपोवन मंदिर में पंडित उदय मिश्रा ने मंत्रोच्चारण के साथ पूजन-हवन कराया। इस मौके पर सोनिया गांधी के चित्र को सामने रख कर पूजा-अर्चना की गयी और प्रसाद चढ़ाया गया। बाद में गरीबों के बीच प्रसाद का भी वितरण किया गया। पार्टी कार्यकर्त्ताओं की ओर से ईश्वर से प्रार्थना की गयी कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्द से जल्द स्वस्थ होकर सभी पार्टी कार्यकर्त्ताओं का नेतृत्व और मार्गनिर्देशन करें।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि त्याग, तपस्या और बलिदार की प्रतिमूर्ति सोनिया गांधी ने राष्ट्र के लिए अपना सर्वत्र न्योछावर करने वाली जननेता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना देशभर में हो रही है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की जब दूसरी लहर चरम पर थी, उस वक्त लोग अस्पताल, एंबुलेंस और ऑक्सीजन के लिए भटक रहे थे, तब बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सो रही थी, लेकिन उस वक्त भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के मार्गनिर्देशन में पार्टी की ओर से देशभर में राहत कार्य चलाये जा रहे थे, सोनिया गांधी खुद लगातार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी नेताओं से बातचीत कर आवश्यक दिशा निर्देश दे रही थी, कांग्रेस कार्यकर्त्ता पूरे सेवा भाव से लोगों की मदद में जुटे थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण कोरोना संक्रमण देश में बेकाबू हो गया और उस वक्त भी कुछ लोगों को इस महामारी में सांप्रदायिक चेहरा नजर आ रहा था और हिन्दू-मुस्लिम से इसे जोड़ कर देखा जा रहा था।
पार्टी नेताओं ने कहा कि कोविड-19 समेत अन्य बीमारियां किसी को भी हो सकती है, इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री अमित शाह और अर्जुन मुंडा भी कोरोना संक्रमित हो चुके है, उस वक्त किसी ने भी इस बीमारी को लेकर कोई राजनीतिक बयानबाजी नहीं किया, बल्कि सभी ने उनके स्वस्थ होने की कामना की, जबकि अभी कुछ अंधभक्तों को सोनिया गांधी के संक्रमित होने पर राजनीति सूझ रही है। ये वही अंधभक्त है, जब कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में श्मशान घाटों पर लंबी कतार लगी थी, गंगा नदी में लाशें तैर रही थी, अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से लोग जूझ रहे थे, मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिल रहे थे, अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं थे, लेकिन उस वक्त भी ऐसे अंधभक्तों को यह लग रहा था कि केंद्र सरकार अच्छा काम कर रही है। मानसिक रूप से खोखले चुके, ऐसे लोगों पर पार्टी कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहती है।