भोपाल    आईआरएस पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने के मामले में फंसे मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी मोहित बुंदस झारखंड में पांच साल आईपीएस रह चुके हैं। मध्य प्रदेश में वन विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी IAS अफसर मोहित बुंदस मुश्किलों में फंस गए हैं। पहले छतरपुर कलेक्टर रहते हुए पांच विधायकों ने उनके तबादले की मांग की थी। अब उनकी IRS पत्नी ने उनके खिलाफ दहेज प्रताड़ना, मारपीट एवं अन्य आरोपों के तहत केस दर्ज किया है। भोपाल के महिला थाने में दर्ज केस में मोहित बुंदस के साथ-साथ उनकी मां और बहन को भी आरोपी बनाया गया है। महिला थाने में धारा 498A, 323, 506/34 के तहत मामला दर्ज हुआ है। मोहित बुंदस वन विभाग में आने से पहले छतरपुर कलेक्टर थे। उससे पहले वे अन्य जिलों के कलेक्टर रहने के साथ भोपाल में भी एडीएम रह चुके हैं। छतरपुर में कांग्रेस, सपा और भाजपा विधायकों ने दो साल पहले उनके खिलाफ मोर्चा खोला था, जिसके बाद उनका तबादला भोपाल कर दिया गया था।  आईपीएस प्रशिक्षु अवधि के दौरान फरियादियों की एफआईआर लिखा करते थे और आज उनके ही खिलाफ महिला थाने में एफआईआर दर्ज हो गई है। बुंदस ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है और यह संघर्ष की कहानी उन्होंने छतरपुर कलेक्टर रहते हुए एक युवती के घर पहुंचकर खुद सुनाई थी। अपनी मां की इच्छा पूरी करने वे आईएएस बने। मोहित बुंदस जब छतरपुर कलेक्टर थे तब उन्होंने एक जनसुनवाई के दौरान इच्छामृत्यु के लिए आई एक युवती को समझाने के लिए उसके घर जाकर अपने संघर्ष की जो कहानी बताई थी, उसके मुताबिक जब वे दस साल की उम्र के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था। फिर बड़े भाई का भी कुछ दिन बाद सड़क हादसे में निधन हो गया। युवती को समझाने के लिए मोहित ने बताया था कि अगर उनकी मां तब हार मान जाती तो आज क्या वे आईएएस अधिकारी बन पाते। मां ने चारों भाई-बहनों को पाला। युवती को बताया कि उनकी मां की मेहनत के कारण वे उन्हें पूजते हैं और हमेशा उन्हें अपने साथ ही रखते हैं। 

पांच साल आईपीएस रहे फिर बने आईएएस

मोहित बुंदस ने युवती को बताई संघर्ष की कहानी में अपने आईएएस अधिकारी बनने के पीछे छिपे कारण को भी बताया। बुंदस ने बताया था कि उन्होंने तो 2006 में ही अखिल भारतीय पुलिस सेवा में चयनित होकर झारखंड में पुलिस अधिकारी के रूप में काम शुरू कर दिया था। मगर उनकी मां उन्हें आईएएस अधिकारी बनाना चाहती थीं। झारखंड कैडर के आईपीएस के रूप में वे सेवाएं देते रहे और यूपीएससी की परीक्षा भी देते रहे। इस बीच उन्हें सफलता मिली तो 2011 आईएएस में मध्य प्रदेश कैडर मिल गया। इस तरह मां की इच्छा को पूरा किया।

विवादों से भी नाता रहा

मोहित बुंदस आईएएस अवॉर्ड होने के बाद भोपाल जिले में भी पदस्थ रहे। इसके बाद वे छतरपुर और डिंडौरी में कलेक्टर भी रहे। छतरपुर जिले में पदस्थापना के दौरान कई बार विवादों में घिर थे और एक बार समाजसेवियों का प्रतिनिधि मंडल उनसे मिलने पहुचा था तो मुलाकात नहीं होने पर उनके चैंबर के बाहर ही मांगों का ज्ञापन चस्पा कर दिया था।