
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट उद्यान में आज नीम और कचनार का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ अवनी वेलफेयर सोसाइटी भोपाल के कार्यकर्ता भी पौध-रोपण में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने संकल्प के क्रम में प्रतिदिन पौध-रोपण कर समाज की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिदिन सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा व्यक्तिगत स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को पौध-रोपण में सहभागी बना रहे है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान को अवनी वेलफेयर सोसाइटी के कार्यकर्ता श्री विजय कुमार गुप्ता, श्री जे.सी. चंद्रशेखरन, श्रीमती रूपा चंद्रशेखरन और श्री शिव पाठक ने बताया कि उनकी संस्था पर्यावरण तथा पक्षी संरक्षण के क्षेत्र में विगत 11 वर्षों से कार्यरत है। संस्था द्वारा वृक्षा-रोपण के साथ विभिन्न वस्तुओं से पक्षियों के लिए घोंसले बनाए जाते हैं। संस्था मिट्टी-गोबर की खाद और विभिन्न प्रजातियों के बीजों से सीड बॉल्स बनाकर इनका नि:शुल्क वितरण करती है। संस्था द्वारा जहाँ भी पौधरोपण किया जाता है वहाँ किसी न किसी व्यक्ति को वृक्षों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, ताकि पौधा वृक्ष का रूप धारण करें और पर्यावरण का संरक्षण हो सके। संस्था द्वारा किसी भी प्रकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं ली जाती। संस्था के सदस्य आपसी सहयोग से ही कार्य करते हैं। अवनी वेलफेयर सोसाइटी द्वारा अब तक 25 हजार पौधे रोपे गए हैं, और लगभग एक लाख सीड बॉल्स तथा एक हजार घोसले बनाकर नि:शुल्क वितरित किए गए
आज लगाया गया कचनार सुंदर फूलों वाला वृक्ष है। प्रकृति ने कई पेड़ पौधों को औषधीय गुणों से भरपूर रखा है, इन्हीं में से कचनार एक है। मार्च मध्य के बाद फूलों से लदने वाले इस पेड़ की पत्तियाँ, तना और फूल आदि सभी उपयोगी हैं। कचनार की गणना सुंदर और उपयोगी वृक्षों में होती है। इसी प्रकार एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधिके रूप में जाना जाता है। नीम स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन इससे होने वाले लाभ अमृत के समान होते हैं। पर्यावरण की दृष्टि से भी नीम बहुत उपयोगी है।