महाराष्ट्र | भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में जांच आयोगने बीती 22 अक्टूबर 2021 को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को समन जारी कर 8 नवंबर को पेश होने का आदेश दिया था। 1 जनवरी 2018 को हुई भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में इन्हें जांच में गवाह के तौर पर पेश होना है। इस समन का जवाब परमबीर सिंह और आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को 08 नवंबर तक देना है।
गौरतलब है कि जनवरी 2018 में भीमा कोरोगांव हिंसा के समय परमबीर सिंह मुंबई के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्त थे। इसी को लेकर 22 अक्टूबर 2021 को जांच आयोग के वकील ने एक अर्जी देते हुए कहा था कि परमबीर सिंह और आइपीएस रश्मि शुक्ला को गवाह के तौर पर बुलाना चाहिए। हिंसा और खुफिया सूचना से संबंधित दोनों अधिकारियों को मिली सभी जानकारियों को सबके समक्ष रखना जरूरी है। वकील की इस अर्जी को जांच आयोग ने स्वीकार कर समन जारी किया था।
ज्ञात हो कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और रश्मि शुक्ला इन दिनों अलग-अलग मामलों में फंसे हुए हैं। परमबीर सिंह और रश्मि शुक्ला दोनों 1988 के आइपीएस बैच से हैं। रश्मि शुक्ला वर्तमान में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) में एडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) के पद पर हैं इससे पूर्व वह डीजी (सिविल डिफेंस) के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (SID) की कमिश्नर के पद पर रहते हुए अनिल देशमुख को लेकर शिकायत की थी।