जयपुर | राजस्थान में सर्दी का असर बढ़ने लगा है। राज्य के अधिकांश जिलों के तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों का रुख करेगी, जिससे राजस्थान में सर्दी और बढ़ेगी। अनुमान है कि अगले दो-तीन दिन में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी। दो दिन से सीकर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, चूरू, श्रीगंगानगर जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। इसके साथ ही जयपुर, पिलानी, बूंदी, उदयपुर, करौली, अजमेर और उदयपुर जिलों के तापमान 15 डिग्री नीचे तक चला गया है। जैसलमेर, जोधपुर और बीकानेर जैसे गर्म जिलों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने लगा है। सर्दी का असर होते ही सीमावर्ती जैसलमेर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर जिलों में बीएसएफ ने सुरक्षा बढ़ा दी है। सर्दी के मौसम में पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की आशंका रहती है। ऐसे में जवान पहले से ज्यादा चौकसी करने के साथ ही तारबंदी पर बिजली के करंट की प्रतिदिन जांच की जाने लगी है।
गौरतलब है कि प्रतिबंध के बाद भी दीपावली पर पटाखे जम कर फोड़े गए। नतीजा यह हुआ कि अगले दिन उत्तर और मध्य भारत सहित देश के कई हिस्से दमघोंटू हवा में सांस लाने को मजबूर रहे। दिल्ली में तो दीपावली के बाद प्रदूषण का पिछले पांच साल का रिकार्ड टूट गया। शुक्रवार को दिल्ली के ज्यादातर इलाके रेड जोन में रहे। बहुत से इलाकों में एयर इंडेक्स 500 और पीएम 2.5 का स्तर 999 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंचने से हेल्थ इमरजेंसी वाले हालात बन गए। सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) इंडिया के मुताबिक पिछले 24 घंटों में दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 36 प्रतिशत तक रही, जो इस सीजन का सर्वाधिक है। इसी के चलते रविवार सुबह दिल्ली एनसीआर के आसमान पर स्माग की मोटी परत दिखी। इससे दृश्यता का स्तर भी प्रभावित हुआ। एनसीआर के शहरों में भी कमोबेश यही हालत रही।