रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग के कुछ अफसर अपनी मनमर्जी से ही कामकाज चलाते हैं। कुछ ऐसे हैं जिनको अपने विभाग के आंकड़ों की जानकारी तक नहीं है। इस बात की पुष्टि शुक्रवार को राज्य भर के स्कूली शिक्षा अफसरों की बैठक में हुई। स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम, प्रमुख सचिव डा. आलोक शुक्ला और सचिव डा. कमलप्रीत ने शिक्षक भर्ती को लेकर सवाल किए तो अफसर सही आंकड़े नहीं बता पाए। ऐसे में मंत्री और अफसर भड़क गए और अफसरों को जमकर फटकार लगाई।
दरअसल, गरियाबंद और बलौदाबाजार के डीईओ बिना जानकारी के ही बैठक में शामिल हो गए थे। अफसरों ने पूछा कि आपके यहां शिक्षकों की भर्ती कितनी हुई है। कितने पद खाली हैं और स्वामी आत्मानंद स्कूल में कितनी भर्ती हो पाई है ? इन सवालों का जवाब नहीं मिलने पर सचिव और प्रमुख सचिव ने जमकर फटकार लगाई। इस दौरान रायपुर के संयुक्त संचालक बिना सूचना के ही बैठक से नदारद रहे।
इसे लेकर अधिकारियों में गुस्सा दिखा। अधिकारियों ने कहा कि कम से कम जानकारी तो दी जा सकती थी कि वह शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं। बैठक में स्कूल शिक्षा सचिव डा. कमलप्रीत सिंह, प्रबंध समग्र शिक्षा के संचालक नरेंद्र कुमार दुग्गा, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संचालक डी.राहुल वेंकट, माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव प्रोफेसर वी.के. गोयल सहित संभागीय संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।