भोपाल । प्रदेश के एक ‎निजी अस्पताल में पुन: अमानवीयता उजागर हुई है। ताजा मामला प्रदेश के शहडोल ‎जिले के सिंहपुर रोड में स्थित एक निजी अस्पताल का है जहां ‎बिल बढाने के ‎लिए मरीज की मौत के बाद भी इलाज करने का आरोप मरीज के स्वजनों ने लगाया है। इसी बात को लेकर मृतक के स्वजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मृतक के स्वजनों का आरोप है ‎कि उन्हें अस्पताल के ‎बिल भरने के ‎लिए खड़ी फसल बेचना पडी। इसके बाद बुधवार की रात तकरीबन एक बजे कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस को संतोष राठौर निवासी क्योटार जैतहरी जिला अनूपपुर ने बताया था कि उसकी पत्नी पुष्पा राठोर को इलाज कराने के लिए वह इस अस्पताल में लाया था और पिछले कई दिनों से उसका इलाज यहां चल रहा था। इलाज के नाम पर उससे काफी पैसा भी वसूल कर लिया गया था और फिर से 64 हजार की मांग अस्पताल प्रबंधन ने की थी। मृतक महिला के स्वजन ने आयुष्मान कार्ड होने की बात कही थी और घर से कार्ड लाकर दिखाया भी था इसके बाद भी महिला का इलाज नहीं किया गया।  मृतक महिला के पति संतोष का कहना है कि पुष्पा की हालत बिगड़ती गई और यहां प्रबंधन बिना फीस लिए इलाज करने से मना करता रहा। जब पैसा नहीं था तो खड़ी फसल बेचनी पड़ी इसके बाद भी महिला को नहीं बचाया जा सका। महिला के स्वजनों ने इस बात को लेकर जमकर हंगामा किया था । इसके बाद कोतवाली में बुधवार की देर रात 1 बजे के आसपास देवांत अस्पताल के प्रबंधक बीके त्रिपाठी एवं डॉक्टर बृजेश पांडे के खिलाफ कोतवाली में शिकायत के बाद धारा 420 384 एवं 294 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी रत्नांबर शुक्ला का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जाएगी और जो तथ्य सामने आएगा उसके हिसाब से कार्रवाई भी की जाएगी।। मालूम हो ‎कि शहर के सिंहपुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई। जिसके चलते एक मरीज की मौत हो गई थी। बताया गया है कि इस मरीज के स्वजन ने खड़ी फसल को बेचकर अस्पताल प्रबंधन का पैसा जो फीस के रूप में लिया गया था उसे चुकाया था। इसके बाद भी मरीज को डॉक्टर नहीं बचा पाए। इनका यह भी आरोप है कि मरीज की मौत होने के बाद भी डॉक्टर इलाज करते रहे और पैसों की मांग करते रहे। इसी बात को लेकर स्‍वजन ने जमकर हंगामा किया था। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची थी और परिजनों को समझा कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।