जयपुर| मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि ‘प्रशासन शहरों के संग‘ और ‘प्रशासन गांवों के संग‘ राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी अभियान हैं। इस अभियान से जुड़े प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी सरकार की अपेक्षा के अनुसार पूरी निष्ठा से काम करें, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इनका लाभ मिल सके।
मुख्य सचिव शुक्रवार को बीकानेर जिले के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के सभागार में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दो अक्टूबर से आरम्भ होने वाले इन अभियानों से संबंधित समूची तैयारियां समय रहते कर ली जाए। जिला कलक्टर इन अभियानों का नेतृत्व करें और सुनिश्चित करें कि सभी शिविर सफलतापूर्वक आयोजित हों। इन शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रत्येक विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यों की जानकारी आमजन को हो। इन शिविरों में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहें और आमजन को एक ही स्थान पर अधिकतम सुविधाएं प्रदान करें। 
श्री आर्य ने कहा कि जिले के वरिष्ठ अधिकारी इन शिविरों का निरीक्षण करें। प्रत्येक जिले से निर्धारित फॉर्मेट से सूचनाएं प्रतिदिन अपडेट की जाएं। उन्होने कहा कि इन शिविरों की सफलता में प्री-कैम्प्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसके मद्देनजर प्री-कैम्प्स का गंभीरतापूर्वक आयोजन किया जाए। पटवारी, गिरदावर, तहसीलदार और अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्राों का दौरा करते हुए शिविरों के दौरान किए जाने वाले कार्यों को पूर्व में चिन्हीकरण कर लिया जाए तथा शिविर में आमजन को अधिकतम राहत पहुंचाने के प्रयास हों।