भोपाल । मप्र के आदिम जाति, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह ने आज प्रदेश के सभी जिले के अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों के 'नेतृत्व विकास शिविर' का शुभारंभ किया। शिविर में 23 से 28 जनवरी तक विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विद्वान प्रशिक्षण देंगे।

शिविर में मंत्री श्री सिंह ने अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति वर्ग के 29 मेधावी छात्र-छात्राओं को शंकर शाह, रानी दुर्गावती, डॉ. भीमराव अम्बेडकर पुरस्कार से पुरस्कृत किया। श्री सिंह ने पुरस्कृत छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। शंकर शाह पुरस्कार में 10वीं के मेधावी छात्र नीमच के श्री वीरेन्द्र डोडियार को 51 हजार का प्रथम, नरसिंहपुर के श्री शिवम सिंह को 31 हजार का द्वितीय एवं सिवनी के श्री अभिजीत मरावी को 21 हजार का तृतीय पुरस्कार तथा 12वीं के मेधावी छात्र बड़वानी के श्री विजय बडोले को 51 हजार का प्रथम, अलीराजपुर के श्री विजय भूरिया को 31 हजार का द्वितीय और इंदौर के श्री विशाल सेंगर को तृतीय पुरस्कार 21 हजार रुपये के साथ ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र भी प्रदान किये गये।

इसी तरह मेधावी छात्राओं को रानी दुर्गावती पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। अलीराजपुर की कु. निधि जामरा को 51 हजार का प्रथम, मंडला की कु.निशा ध्रुर्वे को 31 हजार का द्वितीय और नरसिंहपुर की कु.चाँदनी मरकाम को 21 हजार का तृतीय पुरस्कार ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। इसके अलावा बड़वानी की कु.नम्रता चौहान को 51 हजार का प्रथम, बालाघाट की कु. अदिति वड़ीवे को 31 हजार को द्वितीय और इंदौर की कु.नीतू भगत को 21 हजार का तृतीय पुरस्कार ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये।

मंत्री श्री सिंह ने प्रदेश के 17 मेधावी विद्यार्थी को 51 हजार से 5 हजार रुपये तक डाँ. भीमराव अम्बेडकर पुरस्कार के साथ ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र दिये।

कार्यक्रम में प्रमुख सचिव आदिम-जाति कल्याण श्री बी.आर.नायडू, प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति विकास श्री अशोक शाह, सचिव आदिम जाति कल्याण डाँ. श्रीमती वीणा घाणेकर, आयुक्त आदिवासी विकास श्री उमाकांत उमराव एवं आयुक्त अनुसूचित जाति विकास श्री जे.एन.मालपानी उपस्थित थे।