
मुंबई। महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महाअघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना ने बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में सरकार पर बेरोजगारों के ‘हाथ में घंटा’ देने का आरोप लगाया है। लेख के जरिए पार्टी ने सरकार के लगातार किए जा रहे निजीकरण से जुड़े फैसलों पर भी सवाल उठाया है। शिवसेना ने कहा है कि देश की संपत्ति को ‘किराये’ पर देकर सरकार की मजा करने की योजना है। साथ ही केंद्र के नोटबंदी के फैसले को भी गैर-जिम्मेदाराना बताया है। सामना में प्रकाशित संपादकीय के अनुसार, ‘अगस्त महीने में 16 लाख लोगों की नौकरी चली गई है। ग्रामीण भागों में बेरोजगारी ने कहर बरपाया है। शहरों की भी स्थिति अलग नहीं है। लोगों को, युवाओं के हाथों में काम चाहिए और भारतीय जनता पार्टी ने बेरोजगारों के हाथों में घंटा दिया है।’ इस दौरान शिवसेना ने दावा किया है कि 16 करोड़ लोगों के बेरोजगार होने का यह आंकड़ा ताजा है।
पार्टी ने नोटबंदी को अर्थव्यवस्था पर संकट बताया और इसके तार भी बेरोजगारी से जोड़े हैं। लेख के मुताबिक, ‘मोदी सरकार ने जो गैर जिम्मेदार तरीके से नोटबंदी देश पर थोपी, उस नोटबंदी से ढही अर्थव्यवस्था के नीचे दो-एक करोड़ रोजगार कुचल गए। नोटबंदी ये अर्थव्यवस्था पर भयंकर संकट था और उससे २ करोड़ से अधिक लोगों ने हमेशा के लिए अपनी नौकरी गवां दी।’ उन्होंने कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान बढ़ी बेरोजगारी पर सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए। शिवसेना ने लिखा कि नोटबंदी के बाद ‘कोरोना व लॉकडाउन आया। इस काल में भी उतने ही लोगों ने रोजगार गंवाया। व्यापार, उद्योग-व्यवसाय को ताले लग गए। लेकिन जिन्होंने इस काल में रोजगार गंवाया, जो बेकार हो गए उनका क्या इंतजाम किया? मोदी सरकार को ७ वर्ष हुए। इस काल में देश में नया निवेश कितना हुआ, कितने विदेशी निवेश आए, उससे अर्थव्यवस्था को कितनी मजबूती मिली, कितने नए रोजगार सृजित हुए। इसकी जानकारी सरकार ने कभी भी नहीं दी।’ हाल ही में बीजेपी और महाराष्ट्र सरकार कई बार आमने-सामने आ चुकी है। पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ‘थप्पड़’ मारने के बयान के बाद दोनों दलों के बीच काफी तनाव हुआ था। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस की स्थिति के मद्देनजर राज्य में दही हांडी उत्सपर पर प्रतिबंध लगाया था। इसपर बीजेपी ने कोविड नियमों के साथ त्यौहार मनाने की सलाह दी है। वहीं, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने साफ कर दिया है कि मंडल दाही हांडी उत्सव मनाएंगे।