
जयपुर । राजस्व मंडल अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने अजमेर के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान सभागार में अतिरिक्त जिला कलेक्टर्स की दो दिवसीय राज्य स्तरीय राजस्व निर्णय लेखन कार्यशाला के शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य राजस्व अदालतों के दायित्वों के बेहतरीन निर्वहन के लिए अधिकारियों को अपनी श्रेष्ठ कार्य व बौद्धिक क्षमता का परिचय देते हुए अपने दीर्घ अनुभव को कार्य व्यवहार में लाने की महती आवश्यकता है।
राजस्व अदालतों की महत्ता प्रतिपादित करते हुए मंडल अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की राजस्व अदालतों में बड़ी संख्या में प्रकरण लंबित हैं ऐसे में हम सभी का साझा दायित्व बनता है कि लंबित पत्रावलियों के त्वरित निस्तारण के लिए हम हरसंभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि राजस्व न्यायालयों के पीठासीन अधिकारियों को वाद निस्तारण के लिए कार्य अनुशासन स्थापित करना होगा। उन्हें अपने दैनंदिन प्रशासनिक दायित्वों के साथ-साथ न्यायालयी कार्यों के निस्तारण को भी पूरा समय देने की आवश्यकता है। उन्होंने न्याय के लिए प्रतीक्षारत साधारण व गरीब वर्ग को त्वरित राहत प्रदान करने के लिए अधिकारी वर्ग से करुणा, सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार के साथ-साथ संवेदनशीलता के साथ कार्य निष्पादन की बात कही। उन्होंने अतिरिक्त जिला कलेक्टर्स को प्रशासन का मेरुदंड बताते हुए कहा कि वे लोक कल्याण व सार्वजनिक हित को ध्यान में रखकर न्याय से वंचित वर्ग को त्वरित न्याय को सर्वोच्च ध्येय बनाकर कार्य करें। राजस्व मंडल अध्यक्ष ने कहा कि राजस्व न्यायालयों में भ्रष्ट आचरण को प्रभावी रूप से समाप्त करने की दिशा में राजस्व मंडल गंभीरता से कार्य कर रहा है।