भोपाल ।  वातावरण में बड़े पैमाने में नमी मौजूद रहने के कारण प्रदेश में कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ रही हैं। लंबे अंतराल के बाद मंगलवार सुबह चटक धूप भी खिली। करीब दस बजे तक धूप ‎‎‎खिलने के बाद पुन: बादलों ने डेरा जमा ‎लिया ले‎किन इनके बरसने की संभावना बेहद कम है। प्रदेश में वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है जिसके चलते बारिश की गतिवधियां काफी कम हो गई हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। दिन के तापमान में भी अब बढ़ोतरी होने लगेगी। हालांकि तापमान अधिक बढ़ने के कारण कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम मध्यप्रदेश में सक्रिय नहीं है। मानसून ट्रफ भी अब राजस्थान से उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड से होकर नगालैंड तक जा रहा है। इस वजह से नमी मिलने का सिलसिला कम हो गया है जिसके चलते धीरे-धीरे बादल छंटने लगे हैं। शुक्ला के मुताबिक आसमान साफ होने से अब राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में धूप निकलने लगेगी। हालांकि कुछ नमी मौजूद रहने के कारण जहां उमस परेशान करेगी, वहां कहीं-कहीं दोपहर बाद छिटपुट बौछारें भी पड़ सकती हैं। उधर 30 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मंडला में आठ, पचमढ़ी में तीन, शाजापुर में 0.2, इंदौर में 0.1 मिमी बारिश हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह भी सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा।