
बिलासपुर । 24 साल की शातिर रीता यादव ने अपने पूर्व प्रेमी पुष्पेंद्र के साथ मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस के मुताबिक रीता एक युवक से प्यार करती थी लेकिन उससे शादी नही हुई किसी दूसरे से हो गई। लेकिन उससे वैवाहिक जीवन नहीं जम रहा था। लिहाजा तीसरा पे्रमी ढूंढ ली और उसी से शादी करने का दबाव बनाने के लिए बच्चे का अपहरण कर ली। इस मामले में बताए गए चेहरे तलाशने पुलिस ने आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे खंगाल डालें।
दूधमुहे बच्चे को गायब हुए 48 घंटे बीत गए थे। तभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेष बरैया की जांच टीम को किसी तरह युवक पुष्पेंद्र गोड की मामले में संलिप्ता का पता लगा। हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। युवक मुख्य आरोपी रीता यादव का पूर्व प्रेमी और बच्चे के अपहरण में अहम भूमिका निभाया। पुलिस के अनुसार घटना को तीन दिन बीत गए थे। तब तक रीता बच्चे को लेकर दिल्ली के लिए निकल चुकी थी। अब यहां पुलिस का सूचना तंत्र और आरपीएफ का सहयोग कारगर रहा।
संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में उमरिया रेलवे स्टेशन पर रीता बच्चे समेत पकड़ ली गई। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसे अपने दूसरे प्रेमी पर शादी का दबाव बनाने झूठ मूठ का मां बनने का नाटक करना था इसके लिए वह काफी समय से छोटे बच्चे की तलाश में थी। बच्चे को दिल्ली में सर्विस कर रहे प्रेमी को उसका बताकर शादी करने दबाव बनाना था। यह तलाश बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर कोटा जा रहे एक दंपत्ति के नवजात पर पुष्पेंद्र की नजर पढऩे के बाद पूरी हो गई। रीता ने कम उम्र के ऐसे ही एक बच्चे की किडनेपिंग का पुष्पेंद्र के साथ मिलकर प्लान बनाया था। बच्चे के अपहरण मामले में 72 घंटे के भीतर खुलासा कर बिलासपुर पुलिस ने रक्षाबंधन के दिन मां को उसका खोया हुआ मासूम लौटा दिया। मामले में रीता की रूम पार्टनर हेमा कौशिक को भी गिरफ्तार किया गया है। जिसे घटना की जानकारी थी।