
भोपाल । कोरोना वायरस के कारण लगातार दूसरी साल भी रक्षाबंधन का त्यौहार प्रभावित होता दिखाई दे रहा है। रक्षाबंधन का दिन आने में अब महज 4 दिन ही बाकी रह गए हैं। 22 अगस्त को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा। मगर अभी भी बाजारों में रक्षाबंधन से पूर्व दिखाई देने वाली रौनक नहीं हैं। राखियों, ड्राइ फ्रूट्स आदि का बाजार काफी सुस्त है। कारोबारी रक्षाबंधन के लिए अभी दिल्ली, आगरा व इंदौर आदि से काफी कम राखियां ही बिक्री के लिए खरीद कर लाए हैं। वहीं अपने भाई की कलाई पर सोना-चांदी की राखी बांधने का चलन भी कम हुआ दिखाई दे रहा है। सोने की राखी आर्डर पर ही बनाई जाती हैं, मगर अभी तक ज्यादातर सराफा कारोबारियों के पास सोने की राखी बनाने के आर्डर नहीं आए हैं। सराफा कारोबारियों का कहना है कि इस साल चांदी की राखी की डिमांड भी काफी कम है, अमूमन बड़ी संख्या में महिलाएं चांदी की राखी अपने भाइयों के लिए खरीदती हैं।
व्यापारियों का कहना है कि 250 से 1000 हजार तक की चांदी की राखी बाजार में उपलब्ध है। वहीं 5 हजार से 50 हजार रुपये तक की सोने की राखी आर्डर पर बनाई जाती है। चूंकि कोरोना के कारण आर्थिक हालात गड़बड़ाए हैं। भाई-बहन रक्षाबंधन के लिए लंबी दूरी का सफर भी नहीं कर रहे हैं। कोरोना का खतरा है, जिसके कारण यह डिमांड घटी है। महिलाएं चांदी या सोने की महंगी राखी पोस्ट करके अपने भाई को भेजना नहीं चाहती। गौरतलब है कि चांदी 65500 रुपए प्रति किलोग्राम एवं 24 कैरेट सोना 48950 रुपए प्रति 10 ग्राम है।